Lucknow News : वाहन चोरी करने वाले अन्तराष्ट्रीय गैंग के 5 शातिर चोर गिरफ्तार
Sandesh Wahak Digital Desk : पुलिस ने गाड़ी चोरी की एक संगठित साजिश का पर्दाफाश करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह आरोपी देशभर में गाड़ियों की नम्बर प्लेट चुराकर और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग करके गाड़ियों की चोरी कर रहे थे। इस गिरोह के खिलाफ कई राज्यों में शिकायतें दर्ज थीं, और उनकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने चोरी की चार गाड़ियों और उपकरणों की बरामदगी की है।
गिरफ्तार आरोपियों में आदित्य सिंह, राजू यादव, अमित कुमार, विपलव दिवाकर और विपिन केसरवानी शामिल हैं। इन पर लखनऊ, गोरखपुर और दिल्ली में विभिन्न थाना क्षेत्रों में कई वाहन चोरी के मामलों में शामिल होने का आरोप है। पुलिस ने इन्हें गोमतीनगर क्षेत्र के सहारा पुल के पास से गिरफ्तार किया।
पुलिस के मुताबिक, इस गिरोह का modus operandi (अपराध करने का तरीका) बेहद चौंकाने वाला था। ये आरोपी दुबई से ऑनलाइन गाड़ी रिप्रोग्रामिंग मशीन, जैमर, इलेक्ट्रॉनिक चाबी और अन्य उपकरण मंगाकर संगठित रूप से विभिन्न राज्यों में गाड़ियों की नम्बर प्लेट चुराते थे। फिर फर्जी नम्बर प्लेट लगाकर, इन उपकरणों से गाड़ी को अनलॉक कर चोरी कर लेते थे। इसके बाद चोरी की गाड़ी को दिल्ली, बिहार और नेपाल में बेच दिया जाता था।
पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद आरोपियों से कुल चार चोरी की गाड़ियाँ और कई चोरी के उपकरण बरामद किए हैं। इनमें
- अर्टिगा गाड़ी (नं. HR 26 ET 6368)
- मारूति सुजुकी ग्रैंड विटारा (नं. UP 14 FZ4210)
- ह्यूंडई क्रेटा (नं. UP 32 JX 2200)
- वेन्यू गाड़ी (नं. UP 32 LT 9758) शामिल हैं।
इसके अलावा, पुलिस ने आरोपियों के पास से चोरी की गाड़ियों की तीन जोड़ी नम्बर प्लेट, गाड़ी चोरी करने के उपकरण और 45 चाबियाँ भी बरामद की हैं, जिनमें रिमोट चाबियाँ और विभिन्न प्रकार की चाबियाँ शामिल हैं।
गिरफ्तार आरोपी और उनकी जानकारी:
- आदित्य सिंह (गाजियाबाद, उम्र 30 साल)
- राजू यादव (सारण, बिहार, उम्र 30 साल)
- अमित कुमार सिंह (गोपालगंज, बिहार, उम्र 24 साल)
- विपलव दिवाकर (कानपुर, उम्र 26 साल)
- विपिन केसरवानी (प्रयागराज, उम्र 28 साल)
इन आरोपियों के खिलाफ विभिन्न थानों में कई मुकदमे पंजीकृत हैं। पुलिस ने आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजने के लिए कोर्ट में पेश किया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस का बयान
पुलिस ने इस मामले की गहरी जांच करते हुए इस गिरोह का पर्दाफाश किया और कहा कि ऐसे गिरोहों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। डीसीपी पूर्वी लखनऊ ने भी टीम की सराहना की और कहा कि गाड़ी चोरी की घटनाओं में तेजी से वृद्धि हो रही थी, जिसे अब रोकने के प्रयास तेज किए जाएंगे।
इस घटना ने एक बार फिर से यह साबित किया कि पुलिस की सतर्कता और टेक्नोलॉजिकल मदद से अपराधियों को जल्द पकड़ा जा सकता है।