K. P. Sharma Oli: चीन की यात्रा पर जा रहे नेपाल के पीएम केपी शर्मा ओली, भारत-नेपाल के बीच फिर बढ़ सकती है खटास
K. P. Sharma Oli: नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने अपनी आगामी चीन यात्रा का शुक्रवार को आधिकारिक ऐलान कर दिया। उन्होंने कहा कि उनकी यह यात्रा महज एक दौरा नहीं होगी, बल्कि इसके जरिए देश और जनता के हित को साधा जाएगा। ओली ने स्पष्ट किया कि वह चीन से ऋण मांगने के इरादे से नहीं जा रहे, बल्कि नेपाल की उत्पादकता बढ़ाने पर ध्यान देंगे।
प्रधानमंत्री ओली की यह पहली विदेश यात्रा है, जब से उन्होंने पुनः सत्ता संभाली है। वह 2 दिसंबर को चीन के लिए रवाना होंगे। इस यात्रा की अभी नेपाल सरकार ने आधिकारिक घोषणा नहीं की है, लेकिन ओली ने अपने कार्यक्रम और उद्देश्यों की जानकारी स्वयं दी है।
परंपरा को तोड़ते हुए चीन को दी प्राथमिकता
नेपाल के प्रधानमंत्रियों की परंपरा रही है कि वे सबसे पहले भारत की यात्रा करते हैं। लेकिन केपी शर्मा ओली ने अपने पहले कार्यकाल में ही इस परंपरा को तोड़ा था। उन्होंने भारत की बजाय चीन का रुख किया था। उस समय उनकी चीन यात्रा के बाद नेपाल और भारत के बीच रिश्ते तनावपूर्ण हो गए थे।
2015-16 में उनके कार्यकाल के दौरान नेपाल ने भारत के कालापानी, लिपुलेख और लिंपियाधुरा पर दावा किया था। इस विवाद ने भारत-नेपाल के रिश्तों में खटास ला दी थी। अब एक बार फिर ओली का चीन दौरा भारत के लिए चिंताओं का सबब बन सकता है।
चीन के करीब, भारत से दूरी
केपी शर्मा ओली पर अक्सर यह आरोप लगता रहा है कि वह चीन के करीब हैं और भारत के हितों के खिलाफ काम करते हैं। उनकी पार्टी चीन की कम्यूनिस्ट पार्टी की समर्थक मानी जाती है। भारत के रणनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि ओली की यह यात्रा भारत के खिलाफ चीन के साथ किसी बड़े समझौते का आधार बन सकती है।