UP Bypolls: निषाद पार्टी में बगावत तेज, पैसों के लेन-देन को लेकर संजय निषाद पर लगा गंभीर आरोप
Sandesh Wahak Digital Desk: यूपी में नौ सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर सियासी उठापटक तेज हो गई है। ऐसे में सत्ता पक्ष और विपक्ष में एक दूसरे पर वार-पलटवार को दौर भी तेज हो चला है। इस बीच मिर्जापुर की मझवां विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर सरगर्मियां बढ़ गईं है। जिसकी वजह है टिकट बंटवारा।
दरअसल मिर्जापुर की मझवां विधानसबा सीट पर होने वाले उपचुनाव में निषाद पार्टी प्रबल दावेदारी पेश कर रही थी। इस बीच बीजेपी ने यहां अपनी पार्टी की पूर्व विधायक सुचिस्मिता मौर्य को टिकट दे दिया। जिसके बाद सियासत शुरू हो गई।
सुचिस्मिता मौर्य को टिकट मिलने से नाराज और इस सीट पर दावेदारी पेश कर रही पुष्पलता बिंद ने बगावत शुरू कर दी है। इतना ही नहीं पुष्पलता के पति हरिशंकर बिंद ने निषाद पार्टी प्रमुख संजय निषाद पर पैसों को लेकर गंभीर आरोप भी लगा दिया है।
आवेदन शुल्क के नाम पर पांच लाख नकद लेने का आरोप
हरिशंकर बिंद ने कहा कि संजय निषाद ने टिकट देने के नाम पर मिर्जापुर से लेकर लखनऊ, दिल्ली तक बुलाकर शोषण किया है। 10 लाख रुपये दिल्ली में बुलाकर नगद लिए। इसके साथ ही आवेदन शुल्क के नाम पर पांच लाख रुपये नगद लेने का आरोप लगाया है। बिंद ने कहा कि निषाद पार्टी के मिर्जापुर में जो भी कार्यक्रम आयोजित किए जाते थे। उनका खर्च भी प्रत्याशी ने उठाया है।
हरिशंकर बिंद ने कहा जो भी निषाद पार्टी पदाधिकारी आते थे 20000 से लेकर 50000 तक की विदाई लेकर जाते थे। संजय निषाद की तरफ से दावेदारी कर रही पुष्पलता बिंद ने 6 महीने के अंदर 50 लाख रुपए से ज्यादा कार्यक्रम और विदाई के नाम पर खर्च कर दिए हैं। टिकट फाइनल होने पर 2 करोड़ रुपए की डिमांड थी। 6 महीने से बेवकूफ बना कर जो धोखा दिया है उसके बदले हमारा समाज इस चुनाव में धोखा देगा। हम भी घर-घर जाकर अपने समाज से अपील करेंगे कि इनको धोखा दीजिए।
मझवां सीट पर दावेदार थी पुष्पलता बिंद
पुष्पलता बिंद निषाद पार्टी से टिकट की दावेदार थी। हालांकि बीजेपी ने इस सीट पर पूर्व विधायक सूचिस्मिता मौर्या को टिकट दिया है। पुष्पलता बिंद मझवां विधानसभा के वीरपुर की रहने वाली हैं। वह पेशे से शिक्षक थीं। वर्तमान में ग्राम प्रधान हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव में बसपा से चुनाव लड़ी थी और 52990 वोट पाकर तीसरे नंबर पर रही थीं।
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