UP: स्मारक घोटाले में ED का एक्शन, बीजेपी विधायक को समन जारी
Sandesh Wahak Digital Desk: मायावती के शासनकाल में हुए स्मारक घोटाले मामले में ईडी ने बीजेपी विधायक को समन जारी किया है। वाराणसी के अजगरा विधानसभा सीट से भाजपा विधायक त्रिभुवन राम की भूमिका को लेकर ईडी ने सवाल उठाए हैं। स्मारक घोटाले में 14 अरब रूपए का घोटाला बताया जा रहा है।
ईडी ने दीपावली से पहले ईडी के सामने पेश होने का आदेश दिया है। इसके साथ ही मामले में ईडी ने खनन विभाग के तत्कालीन संयुक्त निदेशक और सलाहकार सुहैल अहमद फारुखी को भी समन जारी किया है।
तो वहीं दूसरी ओर स्मारक मामले में सफाई देते हुए बीजेपी विधायक ने कहा कि उनका इससे कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि मैंने पहले भी अपने बयान में ये साफ़ किया है कि वह इससे जुड़ी किसी कमेटी में शामिल नहीं थे।
बीजेपी एमएलए बोले- नहीं मिला नोटिस
इस मामले को लेकर त्रिभुवन राम का कहना है कि उन्हें अभी तक ईडी की तरफ से कोई नोटिस नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि तीन महीने पहले उनसे इस घोटाले को लेकर पूछताछ की गई थी। तब उन्होंने जांच एजेंसियों को यह बता दिया था कि उनका इस मामले से कोई लेना देना नहीं है।
स्मारक घोटाले को लेकर ईडी ने बीते दिनों त्कालीन खनन निदेशक रामबोध मौर्य, बसपा सरकार में प्रमुख सचिव, आवास व शहरी नियोजन रहे मोहिंदर सिंह व लखनऊ विकास प्राधिकरण के तत्कालीन उपाध्यक्ष हरभजन सिंह से के बयान भी दर्ज किए थे।
दरअसल प्रदेश में जब मायावती की सरकार थी। तब मायावती ने नोएडा और लखनऊ में पार्कों और स्मारकों का निर्माण कराया गया था। जिसमें सरकार के ऊपर 1400 करोड़ रुपये के पत्थर घोटाले का आरोप लगा है। इसमें कहा गया कि पार्क बनाने के लिए तकरीबन 4,300 करोड़ रुपये स्वीकृत किये थे।
इसमें से लगभग 4200 करोड़ रुपए ही खर्च हुए थे। बाद में जब उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव की सरकार आई तब उन्होंने लोकायुक्त से इसकी जांच की सिफारिस की। लोकायुक्त न्यायमूर्ति एन के मेहरोत्रा ने अपनी जांच रिपोर्ट में 1400 करोड़ रुपये के घोटले की पुष्टि करते हुए 19 लोगों के ख़िलाफ़ केस दर्ज किया था।
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