जाने, कौन-कौन है गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की हिट लिस्ट में शामिल और क्यों ?
Sandesh Wahak Digital Desk : मुंबई में 12 अक्टूबर की रात अजीत पवार गुट वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) नेता और पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या किए जाने के बाद से गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का नाम फिर से चर्चा में आ गया।
दरअसल, वारदात के अगले दिन बिश्नोई गैंग ने फेसबुक पोस्ट के जरिए हत्या की जिम्मेदारी ले ली। इसके बाद मुंबई पुलिस जांच में जुटी है। इस बीच आइए जानते हैं कि बिश्नोई की हिट लीस्ट में कौन-कौन शामिल है।
बिश्नोई ने NIA के पूछताछ में किया था नामों का खुलासा
बिश्नोई की गिरफ्तारी के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने भी उससे पूछताछ की थी। उस दौरान बिश्नाई ने अपनी हिट लिस्ट में शामिल नामों का खुलासा किया था।
एक मीडिया संस्थान ने पूछताछ की उस रिपोर्ट के हवाले से इन नामों का खुलासा किया है। इनमें से कुछ लोग पहले ही हिंसक घटनाओं का शिकार हो चुके हैं, जबकि अन्य पर खतरा मंडरा रहा है।
लिस्ट में सबसे ऊपर है सलमान खान का नाम
बिश्नोई गैंग की लिस्ट में सबसे पहला नाम बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान का हैं। वह 1998 में सलमान द्वारा किए काले हिरण के शिकार का बदला लेना चाहता है, क्योंकि बिश्नोई समुदाय काले हिरण को भगवान मानता है।
बिश्नोई ने अपने सहयोगी संपत नेहरा को सलमान के घर पर निगरानी के लिए भी भेजा था, लेकिन हरियाणा पुलिस द्वारा गिरफ्तार करने से योजना विफल हो गई। अप्रैल 2024 में भी उसके गुर्गो ने सलमान के घर के बाहर गोलीबारी की थी।
शगनप्रीत सिंह भी है निशाने पर
बिश्नोई की सूची में दूसरा नाम पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला का मैनेजर शगनप्रीत सिंह है। बिश्नोई का मानना है कि शगनप्रीत ने उनके करीबी सहयोगी विक्की मिद्दुखेड़ा के हत्यारों को पनाह दी थी, जिनकी अगस्त 2021 में मोहाली में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
मिद्दुखेड़ा को बड़ा भाई मानने वाला बिश्नोई अब शगनप्रीत की हत्या करके बदला लेना चाहता है। बता दें कि पंजाबी सिंगर मूसेवाला की 29 मई, 2022 को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
मनदीप धारीवाल से भी बदला लेना चाहता है बिश्नाई गैंग
फरार गैंगस्टर गौरव पडियाल (उर्फ लकी पडियाल) का सहयोगी मनदीप धारीवाल भी विक्की मिद्दुखेड़ा के हत्यारों की मदद करके बिश्नोई की हिट-लिस्ट में शामिल हुआ था। बिश्नोई का मानना था कि पडियाल ही दविंदर बंबीहा गिरोह का मुखिया है। धारीवाल ही पडियाल का काम संभालता था।
हालांकि, धारीवाल की फिलीपींस में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी और इसकी जिम्मेदारी बिश्नोई से संबद्ध गोल्डी बराड गैंग ने ली थी। मूसेवाला की हत्या में भी गोल्डी का नाम आया था।
कौशल चौधरी भी है बिश्नोई का प्रमुख निशाना
बिश्नोई ने गुरुग्राम जेल में बंद गैंगस्टर कौशल चौधरी को अपनी लिस्ट में ले रखा है। बंबीहा गैंग से जुड़े चौधरी पर मिद्दुखेड़ा के हत्यारों को हथियार सप्लाई करने का आरोप है। बिश्नोई किसी भी सूरत और कीमत पर चौधरी का सफाया करना चाहता है।
अमित डागर भी है लिस्ट में शामिल
जेल में बंद गैंगस्टर अमित डागर भी बिश्नोई की निशाने पर है। डागर पर मिद्दुखेड़ा की हत्या का आरोप है और वह कौशल चौधरी का करीबी सहयोगी है। उसे अगस्त 2018 में गिरफ्तार किया गया था। ये खुलासे ऐसे समय हुए हैं जब सिद्दीकी की हत्या के बाद बिश्नोई गैंग पर जांच बढ़ गई है।
बिश्नोई गैंग के पास 11 राज्यों में 700 से अधिक शूटर शामिल हैं और उसकी तुलना दाऊद इब्राहिम के आपराधिक साम्राज्य से की जाती है।
बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान और कॉमेडियन मुनव्वर पर भी नजर
मुंबई पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि बाबा सिद्दीकी बेटे जीशान भी उनका शिकार थे और उन्हें पिता-पुत्र दोनों की सुपारी मिली थी। इसी तरह एक खूफिया रिपोर्ट में सामने आया है कि स्टैंड-अप कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी भी बिश्नोई की हिट लिस्ट में थे।
बिश्नोई गैंग ने ली सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी
इन सब नामों के बीच अब बिश्नोई गैंग ने सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी भी ले ली है। गिरोह ने फेसबुक पोस्ट पर लिखा था कि बाबा सिद्दीकी की शराफत के जो पुल बांधे जा रहे हैं, वो एक टाइम में दाऊद इब्राहिम के साथ मकोका एक्ट में था। सिद्दीकी के मरने का कारण दाऊद को बॉलीवुड, राजनीती, प्रॉपर्टी डीलिंग से जोड़ना था। इस कबूलनामे के बाद मुंबई पुलिस इस एंगल से भी मामले की जांच में जुट गई है।
मुंबई पुलिस को क्यों नहीं मिल रही बिश्नोई की हिरासत?
बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी लेने और जेल में बंद होने के बाद भी मुंबई पुलिस को बिश्नोई की हिरासत न मिलना बड़ा सवाल बना हुआ है।
मुंबई पुलिस ऐसा करना चाह भी रही है, लेकिन उसे सफलता नहीं मिल रही है।
इसका मुख्य कारण केंद्रीय गृह मंत्रालय का एक आदेश है, जो अहमदाबाद की साबरमती जेल में बंद बिश्नोई के स्थानांतरण पर रोक लगाता है। यही कारण है कि मुंबई पुलिस चाहकर भी उसकी हिरासत नहीं ले पा रही।
दरअसल, गृह मंत्रालय ने बिश्नोई को उच्च स्तर का अपराधी मान रखा है। ऐसे में उसने दंड प्रक्रिया संहिता (CRPC) की धारा 268 (1) के उसके स्थानांतरण पर रोक का आदेश जारी कर रखा है।
यह धारा सरकार को हाई-प्रोफाइल कैदियों की आवाजाही पर रोक लगाने की शक्ति देती है। क्योंकि इससे कानून व्यवस्था प्रभावित होने की संभावना रहती है। यह आदेश पहले अगस्त 2024 तक प्रभावी था, लेकिन अब कथित तौर पर इसे बढ़ा दिया गया है।