रतन टाटा के निधन पर अमेरिका ने जताया शोक, सुंदर पिचाई ने किया प्रेरणादायक मुलाकात का जिक्र

वाशिंगटन: भारत के प्रतिष्ठित उद्योगपति और परोपकारी रतन टाटा के निधन पर अमेरिका ने गहरा शोक व्यक्त किया है। 86 वर्षीय रतन टाटा, जो टाटा समूह के पूर्व अध्यक्ष थे, का मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में निधन हो गया। अमेरिका-भारत व्यापार और उद्योग जगत ने उनके योगदान को याद करते हुए उन्हें भारत के विकास और समृद्धि की दिशा में अग्रणी बताया।

सुंदर पिचाई ने दी श्रद्धांजलि

गूगल और अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई ने सोशल मीडिया पर रतन टाटा के साथ अपनी आखिरी मुलाकात को याद किया। उन्होंने कहा, “रतन टाटा के साथ गूगल में हमारी आखिरी मुलाकात में हमने ‘वेमो’ की प्रगति पर चर्चा की थी। उनका दृष्टिकोण बेहद प्रेरणादायक था।” पिचाई ने उन्हें एक ऐसे महान नेता और परोपकारी व्यक्ति के रूप में याद किया, जिन्होंने भारत में आधुनिक व्यवसायिक नेतृत्व को नया आकार दिया।

कॉर्नेल विश्वविद्यालय ने भी किया याद

रतन टाटा ने कॉर्नेल विश्वविद्यालय से स्नातक किया था, जहां उनके योगदान को विश्वविद्यालय ने याद किया। कॉर्नेल के अंतरिम अध्यक्ष माइकल आई. कोटलिकॉफ ने कहा कि टाटा ने शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में गहरा योगदान दिया। रतन टाटा को 2013 में विश्वविद्यालय का ‘आंत्रप्रेन्योर ऑफ द ईयर’ नामित किया गया था और वह 2006 से 2022 तक तीन बार कॉर्नेल के न्यासी रहे।

इंडियास्पोरा और यूएसआईबीसी ने जताया शोक

अमेरिका-भारत व्यापार परिषद के अध्यक्ष अतुल केशप ने रतन टाटा को भारत का अद्वितीय पुत्र बताया। वहीं, इंडियास्पोरा के संस्थापक एम.आर.रंगास्वामी ने भी गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि टाटा के सामाजिक और उद्योग जगत के योगदान ने पूरी दुनिया पर अमिट छाप छोड़ी है।

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