Mahoba News: यूपी में खड़ा था ट्रक और राजस्थान में कट गया 10 लाख रुपए का चालान
Mahoba News: उत्तर प्रदेश के महोबा जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जहां खड़े ट्रक पर 10 लाख का चालान हो गया है. दरअसल, यूपी के महोबा जिल में रहने वाले एक ट्रक मालिक को राजस्थान के खनन माफियाओं ने लाखों रुपये का चूना लगा दिया.
जनपद के कबरई थाना क्षेत्र के पहरा गांव में खड़े ट्रक का नंबर इस्तेमाल कर राजस्थान के भरतपुर जिले में खनन माफियाओं ने 10 लाख रुपये के चालान कटवा दिया.
यह मामला उस वक्त सामने आया जब ट्रक मालिक तारकेश्वर गुप्ता, जो कबरई कस्बे के विवेक नगर में रहते हैं. अपने ट्रक की फिटनेस कराने के लिए एआरटीओ कार्यालय पहुंचे. वहां उन्हें पता चला कि उनके ट्रक पर राजस्थान में लाखों रुपये के चालान बकाया हैं. इससे ट्रक मालिक के पैरों तले जमीन खिसक गई.
दरअसल, महोबा जनपद के कबरई थाना क्षेत्र अंतर्गत पहरा गांव में पिछले 6 माह से खड़े ट्रक नंबर UP95T3527 का 460 किलोमीटर दूर राजस्थान प्रदेश के जनपद भरतपुर में 10 लाख रुपये के चालान हुआ. मामला सामने आने के बाद हर कोई हैरत में पड़ गया कि कैसे राजस्थान के शातिर खनन माफियों ने यूपी के जनपद महोबा के एक ट्रक मालिक को लाखों रुपये का चूना लगा डाला.
महोबा में खड़े ट्रक का कटा 10 लाख का चालान
पीड़ित ट्रक के मालिक ने बताया कि वह कबरई में पत्थर ढोने का काम करते हैं. ट्रक की फिटनेस खत्म होने पर जब वह एआरटीओ ऑफिस पहुंचे तो विभागीय अधिकारी ने उनके ट्रक का फिटनेस करने से मना कर दिया.
अधिकारी ने उन्हें बताया कि राजस्थान में उनके 10 लाख रुपये का चालान हुआ है. यह सुनकर उनके होश उड़ गए. जो ट्रक जिले से बाहर कभी नहीं गया और 6 महीने से यहीं खड़ा है कैसे राजस्थान में उसका 10 लाख रुपये का चालान कट गया. इसके बाद उन्होंने इसकी शिकायत दर्ज कराई.
एआरटीओ विभाग में जांच कराई तो पता चला कि राजस्थान के भरतपुर जनपद अंतर्गत नागल पहाड़ी इलाके में अलग-अलग एक दर्जन से अधिक चालान ट्रक के नाम पर कटे हैं. जिनकी अनुमानित राशि 10 लाख रुपये है.
जांच के दौरान यह भी पता चला कि ट्रक के नाम पर खनन रॉयल्टी भी जारी की गई है. यहीं नहीं बीते 3 सितंबर को महोबा में खड़े उक्त ट्रक का राजस्थान के भरतपुर जनपद के नागल पहाड़ी में संचालित सिंडिकेट स्टोन क्रेशर के नाम से उक्त ट्रक नंबर पर खनन रॉयल्टी WTNW107352555 जारी हुई.
एआरटीओ ने मामला दर्ज कर शुरू की जांच
इस मामले पर ARTO महोबा दयाशंकर ने बताया कि पीड़ित ने एक लिखित प्रार्थना पत्र एआरटीओ विभाग में देकर जारी लाखों रुपये के चालान के संबंध में जांच और कार्रवाई की मांग की. जिसे गंभीरता से लिया जा रहा है.
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