पाकिस्तान के कुर्रम जिले में शिया-सुन्नी हिंसा फिर से भड़की, अब तक 25 लोगों की मौत
पेशावर: पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुर्रम जिले में शिया और सुन्नी समुदायों के बीच भूमि विवाद को लेकर भड़की हिंसा में अब तक 25 लोगों की जान जा चुकी है। यह झड़पें पिछले सप्ताह के अंत से शुरू हुई थीं और बुधवार तक जारी रहीं। अधिकारियों के अनुसार, दोनों पक्षों के बीच जारी इस संघर्ष में कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
भूमि विवाद बना सांप्रदायिक हिंसा की वजह
कुर्रम जिले में लंबे समय से शिया और सुन्नी समुदायों के बीच भूमि विवाद की स्थिति रही है। हालिया हिंसा इसी विवाद का परिणाम है, जो सांप्रदायिक तनाव में बदल गई। प्रांतीय सरकार के प्रवक्ता बैरिस्टर सैफ अली के अनुसार, कबायली बुजुर्गों की मदद से शांति वार्ता के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके तहत दोनों समुदायों को हिंसा रोकने के लिए मनाया गया है, हालांकि अभी भी स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।
कुर्रम: सांप्रदायिक संघर्ष का गढ़
कुर्रम जिले में पहले भी शिया-सुन्नी संघर्ष देखने को मिला है। इस क्षेत्र में शिया समुदाय का प्रभुत्व है, जो सुन्नी बहुल पाकिस्तान के अन्य क्षेत्रों से इसे अलग बनाता है। इसी साल जुलाई में भी दोनों समुदायों के बीच भूमि विवाद को लेकर हिंसक झड़पें हुई थीं, जिनमें कई लोगों की मौत हुई थी।
शांति समझौते का उल्लंघन
जुलाई में हुई हिंसा के बाद दोनों पक्षों के बीच एक शांति समझौता हुआ था, जिसके तहत सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। समझौते के उल्लंघन पर 12 करोड़ रुपये तक का जुर्माना तय किया गया था, लेकिन हालिया हिंसा ने फिर से इस शांति समझौते को तोड़ दिया है।