Morgan Stanley Report : इस मामले में भारत ने चीन को पछाड़ा, शेयर बाजार में आ सकता है इतने हज़ार करोड़ का निवेश
मुख्य MSCI EM इंडेक्स में लार्ज और मिड कैप वाली कंपनियां शामिल होतीं हैं, वहीं आईएमआई को लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप वाली कंपनियों के साथ ज्यादा व्यापक बनाया गया है।
सूत्रों ने कहा कि स्मॉल कैप वाली कंपनियों की ज्यादा वेटेज कैपेसिटी की वजह से एमएससीआई आईएमआई इंडेक्स में भारत का वेटेज चीन के मुकाबले ज्यादा है। उन्होंने कहा कि ये बदलाव व्यापक मार्केट ट्रेंड को दर्शाता है।
विपरीत आर्थिक हालातों के कारण चीन के बाजार संघर्ष कर रहे हैं, जबकि भारत के बाजारों को अनुकूल व्यापक आर्थिक हालातों से फायदा मिला है। उन्होंने कहा कि भारत ने मजबूत आर्थिक बुनियाद के साथ ही भारतीय कॉरपोरेट जगत के शानदार प्रदर्शन के दम पर शेयर बाजार में बेहतर प्रदर्शन किया है।
इन वजहों से बेहतर हुई भारत की स्थिति
सूत्रों ने बताया कि 2024 की शुरुआत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) में 47 प्रतिशत की बढ़ोतरी, कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और भारतीय ऋण बाजारों में पर्याप्त विदेशी पोर्टफोलियो निवेश (FPI) के चलते भारत की स्थिति बेहतर हुई है।
उन्होंने कहा कि मार्च 2024 से अगस्त 2024 के दौरान एमएससीआई ईएम इंडेक्स में भारत का वेटेज 18 प्रतिशत से बढ़कर 20 प्रतिशत हो गया, जबकि इसी अवधि में चीन का वेटेज 25.1 प्रतिशत से घटकर 24.5 प्रतिशत हो गया।
Also Read : Paris Paralympics : भारत की झोली में आया छठा गोल्ड, प्रवीण कुमार ने हाई जंप में जीता मेडल