Ayodhya News: जब अफसर-नेता खरीद चुके जमीन, तब बढ़ने जा रहा सर्किल रेट

राम मंदिर निर्माण को हरी झंडी मिलने के बाद से कायम रजिस्ट्रियां कराने की तेजी में आई गिरावट

Sandesh Wahak Digital Desk: राम मंदिर निर्माण को हरी झंडी मिलने से लेकर प्राण प्रतिष्ठा तक अयोध्या में अफसरों, नेताओं और पूंजीपतियों ने खूब जमीनें खरीद डाली। सर्किल रेट नहीं बढऩे से कौडिय़ों के भाव हो रही जमीनों की खरीद फरोख्त ने सरकारी राजस्व को सैकड़ों करोड़ का बड़ा झटका दिया।

ख़ास बात ये है कि जिस समय अयोध्या में जमीनों की खरीद में लोगों का उत्साह फीका नजर आ रहा है, उसी दौरान दो सौ गुना तक सर्किल रेट बढ़ाने का फैसला अफसरों ने कर डाला। इससे कई सवाल खड़े होने की आशंका है। रजिस्ट्री से सबसे ज्यादा राजस्व वाले शीर्ष दस जिलों में अयोध्या का नाम प्रमुखता से लिया जाता रहा है।

सरकारी तंत्र सर्किल रेट में इजाफा करने जा रहा

अयोध्या में सात वर्ष बाद सरकारी तंत्र सर्किल रेट में इजाफा करने जा रहा है। ऐसा लगता है कि अफसरों-नेताओं द्वारा जमीन खरीद की मुराद पूरी होने के बाद फैसले को अमलीजामा पहनाने की स्क्रिप्ट तैयार हुई है। अयोध्या में सदर और सोहावल तहसील के शहर से सटे गांवों में एक अप्रैल से 30 अगस्त तक हुई रजिस्ट्रियों में करीब नौ फीसदी की गिरावट से सरकारी राजस्व घटा है। गिरावट सदर तहसील स्थित निबंधन दफ्तर की है।

पिछले साल इसी अवधि के दौरान जमीनों की खरीद-फरोख्त से हुई रजिस्ट्रियों ने सौ गुना से ज्यादा रफ्तार पकड़ी थी। फिर भी सर्किल रेट बढ़ाने की सुध किसी अफसर ने नहीं ली। गत वर्ष 29 अगस्त तक सदर तहसील में रजिस्ट्री से हुई आय करीब 83 प्रतिशत थी। इसी समयावधि में वर्तमान वर्ष में आय करीब 74 फीसदी है। वहीं रजिस्ट्री की संख्या भी 58 कम हो गयी है। पिछले वर्ष 5400 रजिस्ट्रियां हुईं थी। जो अब 5342 से ज्यादा नहीं बढ़ सकीं।

सोहावल तहसील में निबंधन विभाग की आय करीब 31 फीसदी नीचे

यही नहीं सोहावल तहसील में पिछले वर्ष 30 अगस्त तक लक्ष्य में 116 फीसदी अधिक तेजी आय में दिखी थी। इस वर्ष सोहावल तहसील में निबंधन विभाग की आय करीब 31 फीसदी नीचे आई। पिछले वर्ष जहां 3787 रजिस्ट्रियां हुई। वहीं इस वर्ष संख्या सिर्फ 3231 रह गयी है। रजिस्ट्रियों में गिरावट की संख्या 556 है। अयोध्या में जमीन खरीद घटने के आंकड़ें गवाही देने के लिए काफी हैं कि अफसरों, नेताओं ने सुर्खियों में आने के बाद तेजी से हाथ वापस खींचना मुनासिब समझा है।

क्या कहते हैं अयोध्या के अपर महानिरीक्षक स्टांप

अयोध्या के अपर महानिरीक्षक (स्टांप) योगेंद्र सिंह के मुताबिक राम जन्मभूमि मंदिर एरिया के पास जमीन पिछले तीन सालों में सर्किल रेट से 41 फीसदी से लेकर 1235 फीसदी अधिक तक कीमत पर खरीदी गई है। कई इलाकों में सर्किल रेट 200 प्रतिशत तक बढ़ाए जा सकते हैं। सर्किल रेट 2017 में आखिरी बार संशोधित हुए थे। पिछले साल की अपेक्षा इस साल इसी समयावधि में रजिस्ट्रियों की संख्या कम कैसे हुई, इस पर अफसर चुप हैं।

भूमि खरीद में जुटे थे डीएम-कमिश्नर, कैसे बढ़ाते सर्किल रेट

अयोध्या में तत्कालीन डीएम और कमिश्नर जैसे शीर्ष अफसरों और नेताओं के परिजनों ने भी कौडिय़ों के भाव जमीनें खरीदी हैं। इसीलिए पूर्व में सर्किल रेट बढ़ाने की पहल इन अफसरों ने नहीं की। जब अफसरों-राजनेताओं ने जमीन खरीद पूरी कर डाली। तब प्रशासन सर्किल रेट बढ़ाने जा रहा है।

 

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