Waqf Amendment Bill: लखनऊ में वक्फ बिल के खिलाफ प्रदर्शन, बड़े आंदोलन की चेतावनी
Waqf Amendment Bill: राजधानी लखनऊ में शुक्रवार (23 अगस्त) को वक्फ संपत्ति संशोधन बिल को वापस लेने की मांग को लेकर प्रदर्शन हुआ। बिल को वापस लेने की मांग को लेकर बड़ा इमाम स्थित आसिफी मस्जिद में जुमे की नमाज के बाद वरिष्ठ शिया धर्म गुरु मौलाना कल्बे जव्वाद के अगुवाई में लोगों ने वक्फ बिल का विरोध करते हुए वापस लेने की मांग की।
प्रदर्शन में शामिल नमाजियों ने वक्फ संपत्ति संशोधन बिल के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान मौलाना कल्बे जव्वाद ने कहा कि वक्फ बिल हमें स्वीकार नहीं है। बिल जेपीसी (Joint Parliamentary Committee) में भेज दिया गया है। लेकिन हमें कमेटी पर भी भरोसा नहीं है।
उन्होंने कहा कि कमेटी में 12 सदस्य भाजपा के और 9 सदस्य ‘INDIA’ अलायंस के हैं। बीजेपी के सांसदों की संख्या ज्यादा है और यह बिल भी भाजपा ला रही है। कोई भी सांसद अपनी पार्टी के खिलाफ जाकर वोट नहीं करेगा। ‘INDIA’ गठबंधन के सभी सांसद बिल के खिलाफ वोट भी करते हैं तो उसके बाद भी यह संसदीय कमेटी में पास हो जाएगा। वक्फ संपत्ति को लेकर आने वाले बिल का सभी ने विरोध जताया है।
मौलाना कल्बे जव्वाद ने कहा कि जिलाधिकारी की शक्तियों को बढ़ा दिया जाएगा। वक्फ की सभी डीड डीएम द्वारा चेक की जाएंगी। उत्तर प्रदेश में वक्फ बोर्ड की 1 लाख 75 हजार डीड हैं। सभी डीड 40 से 50 पेज की हैं। सभी डीड उर्दू या फारसी भाषा में हैं। ज्यादातर डीएम को उर्दू या फारसी भाषा नहीं आती है और आधिकारिक रूप से सिर्फ नदवा के ही ट्रांसलेशन को मान्यता है। ऐसे में 20 साल से ज्यादा का समय नदवा को इसे ट्रांसलेट करने में लगेगा। अंदाजा लगाया जा सकता है कि इसके बाद जिलाधिकारी को इसे पढ़कर फैसला देने के कितना वक्त लगेगा।
वक्फ बोर्ड में अन्य धर्म की संपत्ति दर्ज नहीं
मौलाना ने कहा कि यह भ्रमित किया जा रहा है कि वक्फ में हिंदू समेत अन्य समुदाय की जमीन दर्ज कर ली गई है। यह गुमराह करने वाली बात है। अगर कोई यह साबित कर देता है तो हम अपना यह मूवमेंट वापस ले लेंगे। वक्फ की दर्जनों ऐसी जमीन हैं जहां कब्जा करके लोगों ने मकान बना लिया और कमर्शियल बिल्डिंग खड़ी कर ली है। जो वक्फ संपत्ति में दर्ज है और हम उसे साबित कर सकते हैं। मगर उल्टा हमें ही अवैध कबजेदार कहा जा रहा है। हम सुन्नी धर्म गुरुओं से भी अपील करते हैं कि वह साथ आकर इस लड़ाई को लड़ें।
उन्होंने कहा कि इस बिल के खिलाफ में जल्दी ही हमलोग गृहमंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह, सीएम नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू से मुलाकात करेंगे। मौलाना ने कहा कि अगर बिल वापस नहीं लिया जाता है तो आगामी दिनों में यूपी समेत पूरे हिंदुस्तान में शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन का आवाह्न करेंगे।
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