UPSC Lateral Entry : सरकार के यू-टर्न को अखिलेश ने बताया PDA की एकता, स्थगित किया ये बड़ा आंदोलन
UPSC Lateral Entry : केंद्र सरकार के आधीन मंत्रालयों में लेटरल एंट्री के जरिये प्रमुख पदों भरने के विज्ञापन पर जबरदस्त बवाल मचा है। इस बीच मंगलवार को राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ जितेंद्र सिंह ने संघ लोक सेवा आयोग को पत्र लिखकर लेटरल एंट्री के आधार पर निकाली गई भर्तियों को वापस लेने को कहा है। सरकार के इस यू-टर्न पर सांसद व समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सरकार के इस कदम को पीडीए की एकता की जीत बताया है। साथ ही उन्होंने आगामी 2 अक्टूबर से लेटरल एंट्री के विरोध में बुलाये गए आंदोलन को भी रोक दिया है।
अपने अधिकृत एक्स अकाउंट पर अखिलेश यादव ने लिखा कि -यूपीएससी में लेटरल एन्ट्री के पिछले दरवाज़े से आरक्षण को नकारते हुए नियुक्तियों की साज़िश आख़िरकार पीडीए की एकता के आगे झुक गयी है। सरकार को अब अपना ये फ़ैसला भी वापस लेना पड़ा है। भाजपा के षड्यंत्र अब कामयाब नहीं हो पा रहे हैं, ये PDA में आए जागरण और चेतना की बहुत बड़ी जीत है।
उन्होंने लिखा इन परिस्थितियों में समाजवादी पार्टी ‘लेटरल भर्ती’ के ख़िलाफ़ 2 अक्टूबर से शुरू होनेवाले आंदोलन के आह्वान को स्थगित करती है, साथ ही ये संकल्प लेती है कि भविष्य में भी ऐसी किसी चाल को कामयाब नहीं होने देगी व पुरज़ोर तरीके से इसका निर्णायक विरोध करेगी। जिस तरह से जनता ने हमारे 2 अक्टूबर के आंदोलन के लिए जुड़ना शुरू कर दिया था, ये उस एकजुटता की भी जीत है।
लेटरल एंट्री ने भाजपा का आरक्षण विरोधी चेहरा उजागर कर दिया है।
यूपीएससी में लेटरल एन्ट्री के पिछले दरवाज़े से आरक्षण को नकारते हुए नियुक्तियों की साज़िश आख़िरकार पीडीए की एकता के आगे झुक गयी है। सरकार को अब अपना ये फ़ैसला भी वापस लेना पड़ा है।
भाजपा के षड्यंत्र अब कामयाब नहीं हो पा रहे हैं, ये PDA में आए जागरण और चेतना की बहुत बड़ी जीत है।…
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 20, 2024
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