Lucknow: स्वास्थ्य विभाग के संविदाकर्मियों का प्रदर्शन, डिप्टी CM के घर का किया घेराव

Sandesh Wahak Digital Desk: राजधानी लखनऊ में स्वास्थ्य विभाग के संविदा कर्मचारियों ने डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के घर का घेराव कर प्रदर्शन किया। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कर्मचारियों का कहना है कि आदेश के बाद भी सीएमओ स्तर पर सेवा विस्तार नहीं किया जा रहा है।

प्रदर्शनकारियों का कहना है कि स्थानीय स्तर पर उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही। नौकरी जाने से सब बेरोजगार हो गए हैं। इसलिए अपनी बात डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक तक पहुंचाने के लिए लखनऊ पहुंचे हैं।

प्रदर्शन कर रहे लोगों का आरोप है कि कोरोना काल में आउटसोर्सिंग के माध्यम से डॉक्टर, नर्स, नॉन मेडिकल साइंटिस्ट, कंप्यूटर ऑपरेटर, लैब टेक्नीशियन समेत तमाम पदों पर भर्तियां हुई थी। ऑउटसोर्सिंग पर तैनात सभी स्वास्थ्य कर्मियों ने कोविड के समय अपने जीवन की परवाह किए बिना ही कोरोना जैसी महामारी को हराने का काम किया। और जैसे ही कोविड खत्म हुआ। हम लोगों को हटाने का फरमान जारी हो गया।

मनमनी पर उतारू हैं सीएमओ

एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि उसने चार वर्ष तक स्वास्थ्य विभाग में सेवाएं दी है। एक हफ्ते पहले वह लोग उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक से मिले थे। उस वक्त डिप्टी सीएम ने आश्वासन देकर उन्हें भेज दिया था। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि अभी तक उन्हें काम पर रखा नहीं गया। सीएमओ अपनी मनमनी पर उतारू हैं। वह सबको नौकरी से निकाल रहे हैं।

आपको बता दें कि कोरोना महामारी के समय प्रदेश के सरकारी अस्पतालों और जांच केंद्रों पर बड़ी संख्या में संविदा कर्मियों को तैनात किया गया था। इनको डिप्टी सीएम के निर्देश पर सेवा विस्तार भी प्रदान किया जाता रहा है। स्वास्थ्य विभाग में जिला स्वास्थ्य समिति ने 7000 से अधिक स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती की गई थी। इन्हें राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) की ओर से तीन-तीन महीने का सेवा विस्तार मिलता रहा है।

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