UP: 960 करोड़ हड़पने वाली फैंस वेल्थ मैनेजमेंट पर दो और मुकदमें सरोजनीनगर में दर्ज
Sandesh Wahak Digital Desk: क्रिप्टो करेंसी और शेयर बाजार में मुनाफा दिलाने का झांसा देकर फर्जी डीमेट अकाउंट खोलकर ट्रेडिंग 960 करोड़ हड़पने वाले फैंस वेल्थ मैनेजमेंट निदेशक दंपति के खिलाफ सरोजनीनगर कोतवाली में दो और मुकदमे दर्ज हुए हैं।
दो पीड़ितों ने सरोजनीनगर थाने में की शिकायत
प्रतापगढ़ और काकोरी की महिला समेत दो पीडि़तों ने 68 लाख रुपए की जालसाजी का आरोप लगाया है। आरोपियों ने कंपनी को सेबी से रजिस्टर्ड बताया था। गिरोह के सरगना समेत चार आरोपियों को एसटीएफ पूर्व में ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। जिनकी गिरफ्तारी के बाद से ही पीड़ितों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
प्रतापगढ़ के शाहपुर निवासी ज्योति पांडेय ने बताया कि वर्ष 2019 में दिलप्रीत सिंह ने फैंस वेल्थ मैनेजमेंट एंड आईएमएफ प्राइवेट लिमिटेड चिटफंड कंपनी के बारे में बताया। समझाया कि कंपनी ट्रेडिंग के माध्यम से निवेश कराती है। जिससे कम वक्त पर मोटा मुनाफा होता है। कंपनी के संचालक नासिर अली सिद्दीकी और उनकी पत्नी सलमा हैं। उनकी तरह ही काकोरी के दुबग्गा फरीदीपुर निवासी राजेश कुमार को भी स्कीम के बारे में बताया।
कंपनी को बताया था सेबी से रजिस्टर्ड, ठगे 68 लाख
जाल में फंसे राजेश ने 26 लाख और ज्योति ने 42 रुपए का निवेश किया। इससे पहले नासिर के ट्रांसपोर्ट नगर स्थित दफ्तर आकर मुलाकात भी की थी। जहां नासिर और उसकी पत्नी सलमा ने भारत सरकार से मान्यता प्राप्त होने का दावा करते हुए कुछ कागज भी दिखाए थे। निवेश करने के बाद सभी लोग वापस लौट गए थे। इस बीच उन्हें केवल ऑनलाइन खाते की डिटेल दिखाई गई। जिसमें जमा किए गए रुपए कई गुना बढ़ गए थे।
लेकिन किसी को भी खाते से विड्राल नहीं करने दिया गया। शक होने पार पीडि़तों ने पड़ताल की तो पता चला कि फर्म सेबी से रजिस्टर्ड नहीं है। उन्हें जो पेपर दिखाए गए थे, वे जाली थे। पीडि़त लखनऊ स्थित ऑफिस पहुंचे। रुपए वापस मांगने पर सभी के साथ मारपीट करते हुए धमकी दी गई। कुछ वक्त पूर्व नासिर की पत्नी सलमा, भाई जाकिर, साबिर और अरविंद सिंह के गिरफ्तार होने का पता चला।
जिसके बाद पीडि़तों ज्योति और राजेश कुमार ने सरोजनीनगर कोतवाली पहुंच कर शिकायत की। पुलिस ने जाली दस्तावेज के आधार पर फर्जीवाड़ा, अमानत में खयानत, मारपीट, धमकी, आपराधिक साजिश और आईटी एक्ट की रिपोर्ट दर्ज कर ली है। इंस्पेक्टर ने बताया कि गिरोह के खिलाफ अभी तक आठ मुकदमें दर्ज हो चुके हैं।
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