वाराणसी विकास प्राधिकरण ने दो होटलों पर चलाया बुलडोजर, भारी संख्या पुलिस कर्मी रहे मौजूद
Sandesh Wahak Digital Desk : वाराणसी विकास प्राधिकरण ने शनिवार को होटल बनारस कोठी और रिवर पैलेश पर पांच घंटे तोड़ने की कार्रवाई की। एक-एक कमरे का दरवाजा, खिड़की और बाथरूम तोड़ने के साथ अंदर के डिजाइन को हथौड़े से तोड़ दिया गया।
30 से अधिक मजदूर पांच घंटे तक हथौड़े और हैमर मशीन से तोड़ते रहे। अंत में बुलडोजर से बाहरी हिस्सा क्षतिग्रस्त करने के साथ वीडीए ने दोनों होटल को सील कर दिया। साथ ही पुलिस अभिरक्षा में सौंप दिया है। होटल तोड़ने के दौरान संचालक के परिजन लगातार विरोध करते रहे लेकिन पुलिस के आगे उनकी एक नहीं चली।
150 से अधिक पुलिस कर्मी रहे मौजूद
एहतियातन एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड की भी गाड़ियां मौजूद थीं। पिछले पांच सालों में विकास प्राधिकरण की यह बड़ी कार्रवाई की है। कार्रवाई के दौरान वीडीए के 120 कर्मी, 150 से अधिक पुलिस कर्मी, जिला प्रशासन के कई अफसर मौजूद रहे।
वीडीए टीम दोपहर तीन बजे होटल तोड़ने की कार्रवाई करने पहुंची तो परिजन गेट अंदर से बंद कर लिए। वीडीए सचिव डा. वेदप्रकाश मिश्रा ने परिजनों को समझाने के साथ गेट खोलने को कहा लेकिन वे सुनने को तैयार नहीं थे। आधे घंटे तक कहासुनीं के बाद पुलिस जबर्दस्ती अंदर प्रवेश कर गई।
महिला पुलिस के सहयोग से महिलाओं को बाहर निकाल दिया। इस दौरान पुरुष के साथ महिलाएं विरोध करती रही और पुलिस उन्हें रोकती रही। दोनों होटल में मिलाकर 92 कमरे थे। छावनी स्थित बुद्ध विहार कालोनी में मोहम्मद जाफर अली खां ने भूखंड संख्या 20 पर 142.88 वर्ग मीटर में दो मार्च- 2012 आवासीय नक्शा तीन मंजिल का पास करा रखा था लेकिन पास के भूखंड संख्या 18 व 19 को जोड़कर छह मंजिल अवैध होटल बनारस कोठी बना रखा था।
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