केपटाउन: दक्षिण अफ्रीका में पहली बार महिला प्रधान न्यायाधीश नियुक्त, रचा इतिहास
केपटाउन: दक्षिण अफ्रीका ने न्यायिक इतिहास में नया अध्याय जोड़ा है। राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने पहली बार किसी महिला को प्रधान न्यायाधीश के पद पर नियुक्त किया है। मंडिसा माया को इस महत्वपूर्ण पद पर नियुक्त किया गया है, जो मौजूदा प्रधान न्यायाधीश रेमंड जोंडो की सेवानिवृत्ति के बाद 1 सितंबर से कार्यभार संभालेंगी।
60 वर्षीय माया इससे पहले ‘सुप्रीम कोर्ट ऑफ अपील’ में ‘जज प्रेसिडेंट’ के पद पर सेवाएं दे चुकी हैं। वह इस पद पर नियुक्त होने वाली पहली अश्वेत महिला थीं। उनके नाम का साक्षात्कार न्यायिक सेवा आयोग द्वारा मई में लिया गया था, जिसके बाद उनकी नियुक्ति को अंतिम रूप दिया गया।
रामाफोसा ने एक बयान में माया की नियुक्ति को “देश के लिए मील का पत्थर” बताया। माया का सफर पूर्वी केप प्रांत के एक ग्रामीण इलाके से शुरू हुआ। उन्हें 1989 में अमेरिका के ड्यूक विश्वविद्यालय में कानून में स्नातकोत्तर के लिए ‘फुलब्राइट छात्रवृत्ति’ प्राप्त हुई थी, जो रंगभेद के दौर में किसी युवा अश्वेत महिला के लिए दुर्लभ उपलब्धि थी।
मंडिसा माया की नियुक्ति न केवल दक्षिण अफ्रीका में बल्कि पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बनी हुई है। यह कदम न्यायपालिका में लैंगिक समानता की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगा और आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा।
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