UPMSCL: एनएचएम एमडी सख्त, किट घोटाले के दोषियों की ब्लड सेल से विदाई
स्टेट कोऑर्डिनेटर से सभी काम छीने, बर्खास्तगी के आसार
Sandesh Wahak Digital Desk: करोड़ों के एचआईवी और हेपेटाइटिस किट खरीद फर्जीवाड़े में दोषी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के अफसर और कर्मी के खिलाफ भी कार्रवाई शुरू हो गयी है। संदेश वाहक ने इस घोटाले का खुलासा किया था। मेडिकल सप्लाई कार्पोरेशन (यूपीएमएससीएल) ने तय मात्रा से 96 गुना अधिक एचआईवी और एचसीवी (हेपेटाइटिस सी) एलाइजा किटों को खरीदकर फर्जीवाड़े की कलंक कथा लिखी थी।
इस घोटाले की जांच में एनएचएम के डिप्टी जीएम ब्लड सेल अमरेश बहादुर सिंह और स्टेट कोआर्डिनेटर ब्लड सेल अभिषेक सिंह को दोषी पाया गया था।
डॉ. अमरेश चूंकि पीएमएस कैडर से संबंधित हैं। इसलिए उनके खिलाफ शासन में स्वास्थ्य विभाग के अनुभाग तीन से अनुशासनिक कार्रवाई शुरू हुई है। वहीं एनएचएम एमडी पिंकी जोवेल ने ब्लड सेल के स्टेट कोआर्डिनेटर अभिषेक सिंह से अग्रिम आदेशों तक सभी काम छीन लिए हैं।
अभिषेक को एनएचएम से हटाया भी जा सकता
पांच जुलाई को जारी आदेश के मुताबिक आईईसी की प्रभारी डिप्टी जीएम नीलिमा पाठक को पुन: उनके मूल पद(सलाहकार वीबीडी) और मूल विभाग ब्लड सेल में तैनाती दी गयी है। नीलिमा को अभिषेक का पूरा काम सौंप दिया गया है। अभिषेक को एनएचएम से हटाया भी जा सकता है क्योंकि मेडिकल सप्लाई कार्पोरेशन में संविदा पर तैनात तीन अफसर, कर्मी अभी तक निकाले जा चुके हैं।
वहीं मंगलवार को जारी आदेश के मुताबिक एनएचएम एमडी पिंकी जोवेल ने लम्बे समय बाद डिप्टी जीएम अमरेश बहादुर सिंह को ब्लड सेल से हटाते हुए आयुष अनुभाग में इसी पद पर तैनाती दी है। फर्जीवाड़ा करने के मामले में कार्पोरेशन और एनएचएम के सात अफसरों व कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश प्रमुख सचिव स्वास्थ्य पार्थसारथी सेन शर्मा ने बीते दिनों दिए हैं। संदेश वाहक के सिलसिलेवार खुलासों पर शासन ने फर्जीवाड़े की जांच कराई थी।
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