लेबर पार्टी की 14 साल बाद ब्रिटेन की सत्ता में वापसी, जानें स्टार्मर के पीएम बनने का भारत पर क्या पड़ेगा असर
ब्रिटेन में आम चुनाव के नतीजे आ चुके हैं और लेबर पार्टी के कीर स्टार्मर ने प्रधानमंत्री पद पर काबिज होने के लिए तैयार हैं। 14 साल बाद लेबर पार्टी सत्ता में वापसी कर रही है, जबकि कंजर्वेटिव पार्टी के ऋषि सुनक को हार का सामना करना पड़ा है। इस जीत के साथ ही ब्रिटेन-भारत संबंधों में भी महत्वपूर्ण बदलावों की उम्मीद की जा रही है। आइए जानते हैं कि स्टार्मर के प्रधानमंत्री बनने से भारत पर क्या असर पड़ेगा।
अस्थिर दुनिया को देख रहे
लेबर पार्टी के नेता और विदेश मंत्री बनने की दौड़ में शामिल डेविड लैमी ने कहा कि 2010 से सत्ता से बाहर रहने के बाद, लेबर पार्टी ने प्रगतिशील और वास्तविक हालातों पर आधारित विदेश नीति का वादा किया है। लैमी का कहना है, “हम एक अधिक अस्थिर दुनिया को देख रहे हैं, यह वैसा नहीं है जैसा हम चाहते हैं।” लेबर पार्टी ने ब्रेक्सिट को सफल बनाने और यूरोपीय संघ के साथ सुरक्षा समझौते की तलाश करने का वादा किया है। स्टार्मर की विदेश नीति के एजेंडे का एक अन्य आवश्यक स्वरूप ब्रिटेन-भारत रिश्तों को और ज्यादा मजबूत करना होगा।
पिछली गलतियों से ली सीख
आपको बता दे, स्टार्मर ने भारत के साथ एक नई रणनीतिक साझेदारी पर काम करने का वादा किया है, खास्ताओ खासतौर पर कश्मीर जैसे बड़े मुद्दों पर लेबर पार्टी की गयी पिछली तमाम गलतियों को ध्यान में रखते हुए। उन्होंने मुक्त व्यापार समझौते (ATF) और प्रौद्योगिकी, सुरक्षा, एडुकेशन और जलवायु परिवर्तन की दिशा और क्षेत्र में द्विपक्षीय सहायता बढ़ाने की बात कही है।
भारतीयों का विश्वास जीतने के लिए उठाए कदम
ब्रिटेन में भारतीय प्रवासियों के साथ रिश्तों को ठीक करने के लिए स्टार्मर ने अपने अभियान में कई कदम उठाए। उन्होंने प्रचार के दौरान हर घर में जाकर लोगों से मिलने का प्रयास किया और हिंदुओं के खिलाफ होने वाले अत्याचार की निंदा की। इतना ही नहीं, होली और दिवाली जैसे सांस्कृतिक त्योहार भी मनाए। इन सब कदमों से स्पष्ट है कि स्टार्मर ब्रिटिश-भारतीय समुदायों में अधिक विश्वास और समावेश को बढ़ाना चाहते हैं। लेबर के चुनावी गणित के लिए यह आबादी महत्वपूर्ण है।
ऋषि सुनक को लगा झटका
आपको बता दे, पीएम ऋषि सुनक अपने अंतिम वक़्त में वोटरों को लुभाने की कोशिश पूरी तरह से विफल हो गयी है। अब कीर स्टार्मर के नेतृत्व में लेबर पार्टी फिलहाल 220 सीटों पर आगे है, जबकि ऋषि सुनक की पार्टी ने केवल 31 सीटें हासिल की हैं। जीत के लिए किसी पार्टी को 650 सदस्यीय हाउस ऑफ कॉमन्स में 326 सीटें जीतने की आवश्यकता होती है।
चुनाव के बाद दोनों देशों में मुक्त व्यापार का हो सकता है समझौता
भारत और ब्रिटेन के बीच लंबे समय से मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत हो रही है। ब्रिटेन में चुनाव संपन्न होने के बाद इस पर हस्ताक्षर होने की संभावना है। भारत और ब्रिटेन के बीच ATF के लिए अब तक कुल 13 दौर की वार्ता हुई है और 14वां दौर 10 जनवरी, 2024 को शुरू हुआ। दोनों देशों के बीच व्यापार वार्ता जनवरी साल 2022 में शुरू हुई थी। फिलहाल में दोनों देशों के बीच सालाना व्यापार तकरीबन 38.1 अरब पाउंड का है।
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