यूपी में नौकरशाही का मुखिया तलाशना बना टेढ़ी खीर, दुर्गा शंकर मिश्र के चौथे सेवा विस्तार की अटकलें तेज

Sandesh Wahak Digital Desk: ऐसा लगता है उत्तरप्रदेश में काबिल आईएएस अफसरों का पूरी तरह अकाल पड़ चुका है। तभी सूबे की नौकरशाही के लिए एक अदद मुखिया तलाशना जिम्मेदारों को भूसे में से सुई ढूढऩे के बराबर नजर आ रहा है।

तभी एक बार फिर मुख्य सचिव के पद पर दुर्गा शंकर मिश्र को चौथा सेवा विस्तार दिए जाने के कयासों ने तेजी पकड़ ली है। रिटायर अफसरों को इस तरह इतनी अहम जिम्मेदारी सौपें जाने से खुद आईएएस एसोसिएशन के कई सदस्य निराश हैं। लेकिन सरकार के कोपभाजन के डर से सभी ने सिर्फ चुप्पी साध रखी है।

दुर्गा शंकर मिश्र ने की थी अमित शाह से मुलाकात

वहीं यूपी कैडर के कई युवा आईएएस भी मुख्य सचिव के पद पर किसी भी रिटायर अफसर को बिठाने के खिलाफ हैं। दरअसल मौजूदा मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने हाल ही में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। जिसके बाद नौकरशाही के गलियारों में उनके चौथे सेवा विस्तार को लगभग फाइनल माना जा रहा है। हालांकि सूत्रों के मुताबिक अगर उनको इस बार सेवा विस्तार दिया जाएगा तो इसकी मियाद सिर्फ तीन माह रहेगी।

ख़ास बात ये है कि आईएएस अफसरों के लिए ऑल इण्डिया सिविल सर्विसेज के नियमों में मुख्य सचिव के पद पर अधिकतम सिर्फ छह महीने तक सेवा विस्तार दिये जाने का नियम है।

मिश्र का तीसरा विस्तार 30 जून को खत्म होने जा रहा है। लेकिन 29 जून को शनिवार व 30 को रविवार होने के कारण केंद्रीय कार्मिक मंत्रालय (डीओपीटी) अगर विस्तार को हरी झंडी दिखाता है तो एक दो दिनों में इसका आदेश जारी होने की पूरी उम्मीद है। सेवाकाल खत्म होने की कगार पर पहुंच चुके मुख्य सचिव बनने की कतार में खड़े कई वरिष्ठ आईएएस अफसरों के मन में भारी टीस है।

मनोज कुमार सिंह और अरुण सिंघल भी रेस में आगे

फिलहाल एपीसी मनोज कुमार सिंह और केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर सचिव स्वास्थ्य के रूप में तैनात अरुण सिंघल की मुख्य सचिव पद पर दावेदारी सबसे मजबूत है। मनोज सीएम योगी की पहली पसंद बताये जा रहे हैं। हालांकि 89 बैच के अपर मुख्य सचिव एसपी गोयल और देवेश चतुर्वेदी भी नौकरशाही के मुखिया पद की रेस में परदे के पीछे से हैं। हालांकि दोनों वरिष्ठ आईएएस अफसर जल्द केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जा रहे हैं।

Also Read: संदेश वाहक की खबर का बड़ा असर: करोड़ों के HIV-हेपेटाइटिस किट फर्जीवाड़े के सात…

Get real time updates directly on you device, subscribe now.