वायनाड से प्रियंका गांधी की उम्मीदवारी पर बीजेपी का वार, बोले- राहुल गांधी ने दावा किया था कि…
Sandesh Wahak Digital Desk: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की केरल इकाई ने वायनाड लोकसभा सीट से प्रियंका गांधी को उतारने के कांग्रेस पार्टी के फैसले की मंगलवार को आलोचना करते हुए चुटीले अंदाज में कहा कि कांग्रेस पलक्कड विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में प्रियंका के पति रॉबर्ट वाड्रा को उम्मीदवार बनाने पर विचार कर सकती है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के. सुरेंद्रन और पार्टी के वरिष्ठ नेता वी मुरलीधरन ने इस फैसले के लिए कांग्रेस नेतृत्व की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि उन्होंने वायनाड की जनता के साथ धोखा किया है।
हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने वायनाड और रायबरेली दोनों सीटों पर जीत हासिल की थी। अब उन्होंने वायनाड सीट छोड़ने का फैसला किया है। जहां से उनकी बहन प्रियंका उपचुनाव में पार्टी की प्रत्याशी होंगी। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोमवार को यह जानकारी दी थी।
कांग्रेस केवल उनके पारिवारिक हितों को साधने का ‘औजार’ मात्र
वायनाड में 26 अप्रैल को हुए लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी के खिलाफ खड़े हुए सुरेंद्रन ने कहा कि एक बार फिर साबित हो गया है कि नेहरू-गांधी परिवार के लिए कांग्रेस केवल उनके पारिवारिक हितों को साधने का ‘औजार’ मात्र है।
उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा कि राहुल गांधी ने दावा किया था कि वायनाड उनका परिवार है। अब उन्होंने अपनी बहन को वायनाड से उम्मीदवार बनाने का फैसला किया है। उम्मीद है कि राहुल गांधी अपने बहनोई रॉबर्ट वाद्रा को पलक्कड विधानसभा उपचुनाव में प्रत्याशी बनाएंगे। मुरलीधरन ने कहा कि राज्य की जनता कांग्रेस के इस रवैये को स्वीकार नहीं करेगी।
उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने इससे पहले रायबरेली से चुनाव लड़ने की अपनी योजना को छिपाकर वायनाड की जनता को धोखा दिया था। मुरलीधरन ने कहा कि मेरा वायनाड के लोगों से अनुरोध है कि आगामी उपचुनाव में वे अपनी लोकतांत्रिक शक्ति का इस्तेमाल कर कांग्रेस पार्टी के इस रवैये का जवाब दें।
हालांकि, वरिष्ठ कांग्रेस नेता वी सतीशन ने वायनाड से प्रियंका की उम्मीदवारी के खिलाफ राजनीतिक विरोधियों की आलोचना को खारिज करते हुए कहा कि केवल वायनाड ही नहीं, बल्कि पूरा केरल राज्य उन्हें अपने दिल में बसाकर रखेगा।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को उत्तर भारत की परिस्थितियों के चलते रायबरेली सीट को रखने का राजनीतिक निर्णय लेना पड़ा। कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत अनेक बड़े नेता कई सीट से चुनाव लड़ चुके हैं।