Male Menopause: पुरुषों में भी होता है मेनोपॉज – जानें क्या है एंड्रोपॉज और कैसे करें इसका प्रबंधन
Male Menopause: जैसे महिलाओं में मेनोपॉज होता है, वैसे ही पुरुषों में भी मेनोपॉज जैसे हार्मोनल बदलाव होते हैं, जिसे एंड्रोपॉज या मेल मेनोपॉज कहा जाता है। यह टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के स्तर में कमी होने के कारण होता है। हालांकि, महिलाओं की तरह यह अचानक शुरू नहीं होता, बल्कि धीरे-धीरे होता है। मैक्स अस्पताल, गुरुग्राम की एक स्त्री रोग विशेषज्ञ के मुताबिक, पुरुषों में 30 साल की उम्र के बाद धीरे-धीरे टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम होने लगता है। हर साल इसमें औसतन 1 प्रतिशत की कमी होती है। एंड्रोपॉज के लक्षण 45 से 55 साल की उम्र के बीच अधिक देखने को मिलते हैं।
मेल मेनोपॉज के मुख्य लक्षण हैं:
– थकान
– डिप्रेशन
– चिड़चिड़ापन
– सेक्सुअल डिजायर में कमी
– इरेक्टाइल डिसफंक्शन
– मसल मास में कमी
ये लक्षण हार्मोनल कमी के साथ-साथ तनाव, खराब जीवनशैली और सेहत संबंधी समस्याओं के कारण भी हो सकते हैं।
मेल मेनोपॉज का प्रबंधन कैसे करें?
मैरिंगो एशिया अस्पताल, गुरुग्राम के यूरोलॉजिस्ट के एक एक्सपर्ट बताते हैं कि मेल मेनोपॉज को मैनेज करने के लिए सबसे पहले जीवनशैली में सही बदलाव करना चाहिए और अपने स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मदद लेना चाहिए।
लाइफस्टाइल में बदलाव करें
– संतुलित आहार: फल, सब्जियां, लीन प्रोटीन और साबुत अनाज शामिल करें।
– नियमित व्यायाम: स्ट्रेंथ ट्रेनिंग और कार्डियोवैस्कुलर एक्सरसाइज से मसल लॉस से बचाव होता है और मूड भी बेहतर रहता है।
– अच्छी नींद: 7-8 घंटे की नींद लें।
तनाव कम करें
– मेडिटेशन, योग और माइंडफुलनेस: तनाव कम करने में मददगार होते हैं।
– काउंसलिंग और थेरेपी: मूड स्विंग्स और डिप्रेशन के लिए फायदेमंद है।
– सपोर्ट ग्रुप्स: भावना होती है कि आप अकेले नहीं हैं।
हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी
टेस्टोस्टेरोन की कमी को पूरा करने के लिए हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी उपयोगी हो सकती है। लेकिन इससे पहले आपको अपने डॉक्टर से मिलकर इसके खतरे और फायदे से संबधित सभी बाते विस्तार से समझ लेना चाहिए।
रिहैबिलिटेशन
आप इसके लिए पहले अपने डॉक्टर से सम्पर्क करें और उनकी सलाह पर रिहैबिलिटेशन प्लान करें, जिसमें मसल लॉस और सेक्शुअल हेल्थ के लिए फिजिकल थेरेपी शामिल हो सकती है। अगर आपको एंड्रोपॉज के लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो अपने डॉक्टर से इस बारे में विस्तार से बात करें और उनसे सही ट्रीटमेंट प्लान के बारे में सलाह लें।