लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद एक्शन में CM योगी, बड़ा प्रशासनिक फेरबदल तय
Sandesh Wahak Digital Desk: लोकसभा चुनाव में भाजपा का प्रदर्शन उम्मीद से कहीं ज्यादा खराब रहा है। पिछली बार से न सिर्फ आधी सीटें मिलीं बल्कि सात केंद्रीय मंत्रियों को हार का मुंह भी देखना पड़ा। जिसके बाद अब संगठन से लेकर सरकार तक बदलाव की बयार बहना तय है। सबसे पहले इसके दायरे में नौकरशाही आने जा रही है। कई जिलों के डीएम, एसपी, कमिश्नर से लेकर रेंज में तैनात प्रशासनिक अफसर इसके दायरे में आएंगे।
मुख्यमंत्री योगी ने चुनाव प्रक्रिया खत्म होते ही पहले जैसे अंदाज में कामकाज की कमान संभाल ली है। जिन जिलों में भाजपा प्रत्याशियों की हार हुई है। वहां के सरकारी कामकाज की समीक्षा होने जा रही है। चुनावी दौरे के दौरान मुख्यमंत्री को जनता से मिले सीधे फीडबैक के बाद कई अफसरों पर गाज गिरनी तय माना जा रहा है। गृह विभाग का मुखिया भी बदले जाने की पूरी उम्मीद है। अब इस पद पर पूर्ण कालिक रूप से किसी बड़े अफसर को तैनात किया जाएगा। वहीं लम्बे समय से काबिज कई विभागों के अपर मुख्य सचिव इधर उधर किये जायेंगे। इसकी तैयारियां भी शुरू हो गयी हैं।
आज सीएम योगी ने बुलाई अफसरों की बैठक
मुख्यमंत्री योगी ने गुरुवार को बड़े अफसरों की बैठक बुलाई है। जिसमें सरकारी विभागों के कामकाज की गहन समीक्षा की जायेगी। लोकसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री योगी पहली बैठक करने जा रहे हैं। अफसरों में चर्चा तेज है कि चुनाव परिणामों का असर जल्द सरकारी कामकाज पर नजर आना तय है।
संगठन में भी जल्द तब्दीलियां, आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू
भाजपा को कई नेताओं के बारे में शिकायतें मिली हैं। उन पर गाज गिरनी तय है। कुछ ने भितरघात किया है। काशी में पीएम को मिले कम वोट व चंदौली में कैबिनेट मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय की हार का ठीकरा विधायकों पर फोड़ा जा रहा है। इसका जवाब देते हुए भाजपा विधायक सुशील सिंह ने कहा कि सारी जिम्मेदारी विधायकों-राज्यसभा सांसदों की है तो संगठन का क्या काम, समीक्षा करिए आरोप ना लगाइए। कमियों को सुधारिये, अभी भी समय है।
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