आयकर रिफंड घोटाला मामला: ED ने की 5वीं गिरफ्तारी, 168 करोड़ की संपत्ति की जब्त
Sandesh Wahak Digital Desk: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 263 करोड़ रुपये की आयकर रिफंड धोखाधड़ी से जुड़े धन शोधन मामले की जांच में पांचवीं गिरफ्तारी की है। एजेंसी ने पुरुषोत्तम चव्हाण को 20 मई को गिरफ्तार किया गया। इससे एक दिन पहले चव्हाण के परिसर पर छापेमारी की गई थी।
एजेंसी ने बुधवार को एक बयान में कहा कि, चव्हाण को 27 मई तक ईडी की हिरासत में भेज दिया गया है। यह जांच आयकर विभाग से कथित रूप से 263.95 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी वाले टीडीएस रिफंड जारी करने से संबंधित है।
ईडी ने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की प्राथमिकी के आधार पर मामला दर्ज किया था। ईडी ने आरोप लगाया कि चव्हाण ने सबूतों को नष्ट करके जांच को बाधित करने की कोशिश की|
उसने कहा कि एजेंसी के अधिकारियों ने चव्हाण के घर पर छापा मारकर कई संपत्तियों के दस्तावेज, विदेशी मुद्रा और मोबाइल फोन जब्त किए। ईडी इस मामले में मुख्य आरोपी और पूर्व वरिष्ठ कर सहायक तानाजी मंडल अधिकारी को, भूषण पाटिल, राजेश शेट्टी और राजेश बृजलाल बटरेजा को गिरफ्तार कर चुकी है।
प्रवर्तन निदेशालय ने आरोप लगाया कि बटरेजा और चव्हाण नियमित रूप से संपर्क में थे और हवाला लेनदेन और अपराध से अर्जित आय के दुरुपयोग से संबंधित संदेश साझा करते थे। अब तक विभिन्न आरोपियों की 168 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की जा चुकी है और ईडी द्वारा अधिकारी तथा दस अन्य के खिलाफ सितंबर 2023 में आरोप पत्र दर्ज किया गया था।
पुरषोत्तम चव्हाण को 20 मई को विशेष न्यायालय (पीएमएलए), मुंबई के समक्ष पेश किया गया था। न्यायालय ने उसे 27 मई तक ईडी की हिरासत में भेज दिया है। इससे पहले इस मामले में करोड़ों रुपये की अचल/चल संपत्ति जब्त की गई थी।