Lok Sabha Election 2024: मुस्लिम समाज व सपा के वोटरों पर निर्भर गठबंधन प्रत्याशी तनुज पुनिया

Sandesh Wahak Digital Desk: जैसे जैसे 5वें चरण की तारीख करीब आती जा रही है तो वहीं सभी प्रमुख दलों के प्रत्याशियों की धडक़नें तेज होती जा रही हैं। वर्तमान समय इस चुनाव रूपी महाभारत काल के कुरुक्षेत्र में सभी प्रमुख दलों खासकर भाजपा, बीएसपी, व गठबंधन प्रत्याशी अपने अपने सेनापति तथा सार्थियों के साथ मतदाता रूपी सेना के सहारे चुनाव जीतने का भरसक प्रयास किए जा रहे हैं। भाजपा हिंदू समाज के साथ तो बीएसपी हरिजन मतदाताओं के साथ तो वहीं गठबंधन प्रत्याशी को मुस्लिम समुदाय और सपा वोटरों के रहमो करम से चुनावी युद्ध जीतने के प्रति आश्वस्त हैं।

पांचवे चरण में होगा मतदान

आपको बता दें कि बाराबंकी सुरक्षित लोकसभा सीट पर 5वें चरण में 20 मई को मतदान होना है, इसलिए भाजपा प्रत्याशी राजरानी रावत के समर्थन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व सीएम योगी आदित्यनाथ आज 17 मई को एक विशाल रैली को संबोधित करेंगे। तो वहीं बीएसपी प्रत्याशी शिव कुमार दोहरे क्षेत्र में दलित समाज के घर घर जाकर अपने पक्ष में मतदान करने की अपील करते हुए नजऱ आ रहे हैं।

वहीं गठबंधन प्रत्याशी तनुज पुनिया को जीतना आसान नजर नहीं आ रहा है,क्योंकि तनुज पुनिया की जीत सिर्फ मुस्लिम समाज और सपा वोटरों पर ही निर्भर है। तनुज पुनिया इस चुनाव को जीत भी सकते थे। लेकिन गठबंधन की अंतर्कलह के चलते गठबंधन प्रत्याशी तनुज पुनिया को मुस्लिम समाज को छोड़ कर अन्य समाज से वोट मिलने का संशय बरकरार है।

UP MLC Election 2024

सपाईयों का गढ़ माना जाता है बाराबंकी

वहीं दूसरी तरफ नाम ना छापने की शर्त पर जि़ले के एक पुराने वरिष्ठ सपा नेता ने कहा कि अगर बाराबंकी की सीट सपा को मिलती तो फिर हम सब मिलकर लोगों के बीच जाकर वोट के लिए क्षेत्र में जनता से समर्थन की अपील करते।परंतु सीट तो कांग्रेस पार्टी को मिली है,जबकि यह बात सभी को पता है कि बाराबंकी शुरू से ही सपाइयों का गढ़ माना जाता रहा है।

उसके विरुद्ध गठबंधन में पुनिया को टिकट दिए जाने से हम ही नहीं पुराने वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं को भी अखर रहा है, क्योंकि अभी तक गठबंधन प्रत्याशी तनुज पुनिया के समर्थन में किदवई परिवार से जुड़ा कोई भी नेता उनके प्रचार प्रसार में शामिल नहीं हुआ है। वहीं गठबंधन प्रत्याशी तनुज पुनिया सिर्फ मुस्लिम, यादव, बिरादरी में ही वोट मांगते हुए नजऱ आते हैं।उन्होंने बताया कि क्या तनुज को दूसरे समाज में नहीं जाना चाहिए।

क्योंकि इससे पूर्व 2014 के बाराबंकी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी डॉ पी एल पुनिया का चुनाव भी नगर वासियों ने देखा है कि जि़ले में पुनिया जी द्वारा कराए गए विकास के बाद भी तत्कालीन सांसद पी. एल. पुनिया जी लगभग लगभग चार लाख पचास हजार वोट ही मिले थे, और उनकी प्रतिद्वंदी प्रियंका सिंह रावत काफ़ी बड़े अंतर से जीत दर्ज की थी। तो वहीं 2019 के लोकसभा चुनाव में तनुज पुनिया कांग्रेस पार्टी द्वारा प्रत्याशी बनाए गए थे और भाजपा ने उपेंद्र सिंह रावत को अपना प्रत्याशी घोषित किया था तो वहीं सपा ने अपने पुराने वरिष्ठ पूर्व सांसद राम सागर रावत को अपना प्रत्याशी बनाया था।

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