Lucknow Cyber Fraud: मां के खाते से उड़ाए लाखों, फर्जी दस्तावेज लगाकर खरीदी कार, 17 लाख का लिया लोन
Lucknow Fraud: राजधानी लखनऊ से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जिसमें एक युवक ने फ़र्ज़ी दस्तावेज के इस्तेमाल से लाखों रुपयों का चूना लगा दिया है. दरअसल, लखनऊ के नक्खास निवासी एक युवक ने फर्जी दस्तावेज का इस्तेमाल कर अपनी सौतेली मां के बैंक खाते का रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर बदल कर धोखाधड़ी की है.
इस धोखाधड़ी के ज़रिये उस शख्स ने पहले अपनी मां की एफडी पर 17 लाख रुपए का लोन ले लिया. और पिता के फर्जी दस्तावेज लगाकर दस लाख की एक कार भी फाइनेंस करा ली. वहीँ, पीड़िता को जब इस बात पता चला तो उन्होंने साइबर क्राइम थाने में एफआईआर करवाई है. जिसके बाद पुलिस ने जांच पड़ताल के आधार पर मुख्य आरोपी और उसके बिल्डर दोस्त को गिरफ्तार कर पूछताछ की है.
SBI बैंक में था पीड़िता का खाता
नक्खास निवासी आयशा शफीक के मुताबिक, उनका स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की नक्खास शाखा में एकाउंट है. उन्होंने 17 लाख रुपए की एफडी भी करवा रखी थी. बीते गुरुवार को बैंक जाने पर पता चला कि एफडी पर 17 लाख रुपए का उनके ही नाम से लोन लिया गया है.
बैंक अधिकारियों से जानकारी करने पर पता चला कि वह उनके साइन नहीं हैं. जिसके बाद साइबर क्राइम थाने में एफआईआर दर्ज कराई. वहीं, इस मामले में इंस्पेक्टर बृजेश कुमार यादव ने बताया कि आयशा की शिकायत पर जांच शुरू की गई. तब जानकाही हुई कि जो नया नंबर रजिस्टर्ड कराया है, वह उनके सौतेले बेट फहद का है.
Also Read: Badaun Crime : फर्जी सिपाही किया गया गिरफ्तार, वर्दी पहन लोगों पर गांठता था रौब
उसी ने पूरा फर्जीवाड़ा कर 17 लाख रुपए हड़प लिए. इसमें उसके बिल्डर दोस्त सरताज ने साथ दिया है। उसने ही नेट बैंकिंग का इस्तेमाल अपने मोबाइल पर किया. फ़िलहाल, दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है. हालांकि, इस पूरे मामले में बैंक की भी लापरवाही सामने आई है.
एसबीआई की YONO ऐप से किया खेल
आरोपियों ने YONO एसबीआई ऐप के माध्यम से इंटरनेट बैंकिंग का इस्तेमाल किया. इस पूरे मामले में बैंक की भी लापरवाही समाने आई है. जिसने बिना वैरीफिकेशन के ही मोबाइल नंबर बदलने से ले लेकर लोन तक पास कर दिया. पुलिस इस मामले में भी जांच पड़ताल कर रही है.
पिता की मौत होने के बाद भी उनके नाम फाइनेंस हो गई कार
केस की पड़ताल में यह भी सामने आया है कि कार फाइनेंस में सभी दस्तावेज फर्जी लगाए गए हैं. फहद ने कार अपने पिता शफीक के नाम से फाइनेंस कराई थी. जबकि काफी वक्त पहले शफीक का निधन हो चुका है.
दो लाख रुपए डाउन पेमेंट दिया था. बाकी का लोन था. जिसकी किश्तें भी आरोपी नहीं दे रहे थे.