संदेशखाली को लेकर मचा सियासी बवाल, नेहा सिंह राठौर और चंद्रशेखर आजाद ने ममता बनर्जी पर उठाए सवाल

Sandesh Wahak Digital Desk:  पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं के शोषण का मामला गरमाया हुआ है, बीजेपी समेत कई कई बड़े नेता इस पर सवाल उठ चुके हैं। वहीं लोक गायिका नेहा सिंह राठौर ने भी इसे लेकर प्रदेश की ममता बनर्जी सरकार पर सवाल उठाए हैं। नेहा राठौर ने कहा कि जब ममता जी के ही राज में महिलाओं पर अत्याचार हो रहा है तो वो किस मुंह से दूसरे नेताओं की आलोचना करती हैं।

नेहा सिंह राठौर ने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर किसी राज्य में महिलाओं पर अत्याचार होता रहता है, इसका मतलब है कि वो मुख्यमंत्री भी इसमें शामिल हैं। नेहा राठौर ने एक्स पर लिखा कि पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं के साथ जो बलात्कार हुए हैं, उन पर ममता जी का क्या कहना है? किस बात की मुख्यमंत्री हैं वो? किस मुंह से वो दूसरे नेताओं की आलोचना करती हैं जब ख़ुद उनके राज्य का ये हाल है?

नेहा राठौर ने इसके बाद एक और ट्वीट किया और कहा कि, किसी महिला मुख्यमंत्री के शासन में उसके राज्य की महिलाओं पर अत्याचार होते रहने का मतलब उस मुख्यमंत्री का अत्याचार में शामिल होना है।

नेहा सिंह राठौर अक्सर सत्ता विरोध कविताओं को लेकर सुर्खियों में रहती है। वह यूपी में काबा गाने से सुर्खियों में आईं थी। जब उन्होंने योगी सरकार पर सवाल उठाए थे। वो अक्सर तमाम बड़े मुद्दों पर अपनी राय खुलकर रखती हैं, जिसे लेकर वो कई बार विवादों में भी आ चुकी हैं।

चंद्रशेखर आजाद ने भी ममता को घेरा

नेहा राठौर के अलावा भीम आर्मी चीफ और आजाद समाज पार्टी के नेता चंद्रशेखर आजाद ने भी इस घटना पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में महिला उत्पीडऩ व हिंसा की खबरों का सामने आना और इसे लेकर वहां के हालात चिंताजनक है। भीम आर्मी भारत एकता मिशन पश्चिम बंगाल प्रदेश का एक प्रतिनिधिमंडल जल्द पीडि़तों से मिलेगा। हम राज्य सरकार से मामले की न्यायिक जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की मांग करते हैं।

दरअसल पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी के नेता शाहजहां शेख पर महिलाओं के उत्पीडऩ और उनकी जमीन कब्जाने का आरोप लगा है। महिलाओं का आरोप है कि शेख के गुंडे उन्हें जबरन रात को घर से उठाकर ले जाते थे।

इस मामले को लेकर राजनीति भी गरमाई हुई है। बीजेपी इस मामले को लेकर विरोध प्रदर्शन कर ही है वहीं कांग्रेस ने भी ममता सरकार पर गुंडाराज का आरोप लगाया है। शुक्रवार को बीजेपी का एक प्रतिनिधिमंडल को भी संदेशखाली जाने से रोक दिया गया। ममता सरकार ने बीजेपी और कांग्रेस दोनों पार्टी के नेताओं की वहां एंट्री पर रोक लगा दी है।

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