Under-19 World Cup की सनसनी… जिस उम्र में बच्चे चलना सीखते हैं, उस उम्र में किया पदार्पण!
Sandesh Wahak Digital Desk : उम्र महज़ 6 साल की उम्र और सपना इंडियन क्रिकेट टीम में शामिल होकर देश का नाम रोशन करना का। अब ये सब सोच लेने भर से तो होता नहीं है। इसके लिए खूब मेहनत और मशक्क्त करनी पड़ती है। और इस खिलाड़ी ने ठीक वैसा ही किया। यही वजह है कि आज इस खिलाड़ी के कारनामें से पूरे भारत को गर्व महसूस हो रहा है।
दसअसल, हम बात कर रहे हैं बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज सौम्य पांडेय की। अंडर 19 वर्ल्ड कप (Under-19 World Cup) के पहले मैच में बांग्लादेश की क्लास लगाने वाले सौम्य पांडे के माता-पिता दोनों ही टीचर हैं। ऐसा बहुत कम ही ऐसा देखने को मिलता है कि माता-पिता के टीचर रहते बेटा क्रिकेटर बन जाए। लेकिन, सौम्य पांडे ने ऐसा कर दिखाया है।
बता दें अंडर 19 वर्ल्ड कप में अपने साथ-साथ भारत के नाम का डंका पीट रहे सौम्य पांडे मध्य प्रदेश के सीधी जिले से आते हैं। क्रिकेट का जुनून ऐसा कि महज़ 6 साल में क्रिकेट एकेडमी में दाखिला ले लिया।
सौम्य पांडेय के कोच एरिल एंथनी हैं। एरिल एंथनी वही कोच हैं, जिन्होंने टीम इंडिया को ईश्वर पांडे, कुलदीप सेन के तौर पर इंटरनेशनल लेवल पर खिलाड़ी दिए हैं। यहीं नहीं पुरुष टीम के अलावा भारतीय महिला क्रिकेट टीम की ऑलराउंडर पूजा वस्त्राकर को ट्रेन भी किया है।
वर्ल्ड कप का शानदार आगाज़…
अंडर 19 वर्ल्ड कप 2024 में भारत ने अपना पहला मैच बांग्लादेश के खिलाफ खेला था। जिसमें टीम इंडिया ने 84 रन से जीत दर्ज की थी। इस जीत में सौम्य पांडे ने गेंद से कमाल किया था। उन्होंने अपने 9.5 ओवर के स्पेल में 24 रन देकर 4 विकेट झटके थे। बता दें कि सौम्य पांडे भारत की अंडर 19 टीम के उप-कप्तान भी हैं।
सौम्य पांडे में दिखती है रवींद्र जडेजा की झलक
स्पिन गेंदबाज सौम्य पांडे में रवींद्र जडेजा की झलक दिखती है। दरअसल, सौम्य पांडे की गेंदबाजी का अंदाज भी बिल्कुल रवींद्र जडेजा जैसा ही है। ये भी जडेजा की तरह बाएं हाथ के स्पिनर हैं और विकेट टू विकेट गेंदबाजी कर बल्लेबाजों को मुसीबत में डालते हैं।
बता दें कि सौम्य पांडेय का चयन महज 8 साल की उम्र में ही मध्यप्रदेश की अंडर-14 टीम में हो गया था। इसके बाद अंडर-16 टूर्नामेंट में भी अच्छा परफॉर्म किया. अण्डर-16 में सौम्य पांडेय लीडिंग विकेटटेकर रहे और इसका फायदा ये हुआ कि उन्हें मध्यप्रदेश की अंडर-19 टीम से बुलावा आ गया। इस तरह उनके लिए इंडिया के अंडर 19 के दरवाजे खुल गए, और अब अपनी धारदार गेंदबाजी के दमपर क्रिकेट जगत में खूब सुर्खियां बटोर रहे हैं।