स्वामी प्रसाद मौर्य का विवादित बयान, कारसेवकों को बताया अराजक तत्व, गोलीकांड को बताया सही
Swami Prasad Maurya News: समाजवादी पार्टी के महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य के एक बार फिर विवादित बयान दिया है। मौर्य ने कारसेवकों को अराजक तत्व बताया। इतना ही नहीं उन्होंने कारसेवकों पर हुए गोलीकांड को सही बताया है।
सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि जिस समय अयोध्या में राम मंदिर पर घटना घटी थी। वहां पर बिना किसी न्यायपालिका या प्रशासनिक के आदेश के बड़े पैमाने पर अराजतक तत्वों ने तोड़फोड़ की थी। स्वामी प्रसाद मौर्य ने आगे कहा, तत्कालीन सरकार ने संविधान और कानून की रक्षा के लिए, अमन-चैन कायम करने के लिये गोली चलवाई थी। वो सरकार का अपना कर्तव्य था और सरकार ने अपना कर्तव्य निभाया था।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने फिर दिया विवादित बयान, बोले- अराजक तत्वों (कारसेवकों) से निपटने और संविधान की रक्षा के लिए तत्कालीन सरकार ने गोली चलवाई थी. #SwamiPrasadMaurya #SamajwadiParty #AkhileshYadav #BJP4UP | @samajwadiparty @BJP4UP pic.twitter.com/NzGWGcV2eV
— Sandesh Wahak (@sandeshwahakweb) January 10, 2024
आपको बता दें कि 1990 में अयोध्या के हनुमान गढ़ी जा रहे कारसेवकों को गोलियां चलाई गईं थीं। उस समय यूपी में मुलायम सिंह यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी की सरकार थी। इस दौरान हिंदू साधु-संत अयोध्या पहुंच रहे थे। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने अयोध्या में कर्फ्यू लगा रखा था। इसके चलते श्रद्धालुओं को अयोध्या में प्रवेश नहीं दिया जा रहा था। पुलिस ने बाबरी मस्जिद के 1.5 किलोमीटर के दायरे में बैरिकेडिंग कर रखी थी।
30 अक्टूबर, 1990 को कारसेवकों पर चली गोलियों में पांच श्रद्धालुओं की मौत हुई थी। इस घटना के बाद अयोध्या से लेकर देश का माहौल पूरी तरह से गर्म हो गया था। इस गोलीकांड के दो दिनों बाद ही 2 नवंबर को हजारों कारसेवक हनुमान गढ़ी के करीब पहुंच गए थे। इस घटना के दो साल बाद 6 दिसंबर, 1992 में विवादित ढांचे को गिरा दिया गया था।
साल 1990 की घटना के 23 साल बाद जुलाई 2013 में मुलायम सिंह यादव ने एक बयान में कहा था कि उन्हें गोली चलवाने का अफसोस है, लेकिन उनके पास अन्य कोई विकल्प नहीं था।
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