TimeCity Scam : पुलिस ने नहीं सुनी तो अदालत पहुंचे 18 पीड़ित, पीड़ितों का आरोप है कि पुलिस ने एफआईआर नहीं दर्ज किया
TimeCity Scam : टाइमसिटी घोटाला अब धीरे धीरे पीड़ितों के लिए गंभीर बनता जा रहा है। दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज होने के बाद जब गुडंबा पुलिस ने बाकी पीड़ितों का एफआईआर दर्ज करने से मना कर दिया तो पीड़ितों ने 156/3 के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कराने के लिए अदालत की शरण ले ली है। इस बार पीड़ित वादियों की एक-दो नहीं बल्कि पूरे 18 हैं। इन 18 पीड़ितों की राशि करोड़ों में है। अपना पैसा वापस पाने के लिए दर-दर भटक रहे हैं।
दो एफ आईआर दर्ज होने के बाद पीड़ितों में आस जगी तो वह भी थाने पहुंचे, लेकिन वहां उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। ऐसी हालत में सभी अदालत पहुंच गए हैं, जहां एफआईआर दर्ज करने की फरियाद की गई है। जिन पीड़ितों ने अदालत में शरण ली है उनके द्वारा क्लेम की गई राशि इस प्रकार है।
संजय कुमार कनोदिया का चार करोड़ 50 लाख रुपये, शिव शंकर आनंद का एक करोड़ 25 लाख रुपये, सुब्बन सिंह ने एक करोड़ 50 लाख रुपए, रामचंद्र सिंह ने पांच लाख रुपए, सुमन देवी ने दो लाख 80 हजार रुपए, राजेश कुमार सिंह ने पांच लाख 95 हजार रुपए, कनिक लाल सिंह ने तीन लाख रुपए, राजेश कुमार वर्मा ने चार लाख रुपए, साधू शरण प्रजापति ने 75,000 रुपए, राजन सैनी ने एक लाख 25 हजार रुपए, राजदेव जायसवाल एक लाख 75 हजार रुपए, मुन्नी देवी एक लाख 28 हजार रुपए, असरफा देवी एक लाख 28 हजार रुपए, अनिरुद्ध साहनी दो लाख 30 हजार रुपए, राजन जायसवाल 50 हजार रुपए, दिनेश कुमार सिंह 81 हजार रुपए, अरुण कुमार दुबे 61 लाख 40 हजार रुपए, दयानन्द पटेल ने 95 लाख रुपए क्लेम किए हैं।
फरियादियों ने बताया कि पुलिस हमारे मामले की कोई सुनवाई नहीं कर रही है। ऐसे में हमे मजबूर होकर अदालत की शरण लेनी पड़ रही है। फरियादियों ने बताया कि इस घोटाले में कई बड़े मगरमच्छ भी शामिल हैं।
नेताओं और आईएएस का नाम भी सामने आया है, जरूरी दस्तावेज जुटा रहे हैं। 90 फीसदी सबूत मिल भी चुके हैं। जल्द ही उन बड़े चेहरों के नामों का भी खुलासा करेंगे, जो इस घोटाले में अथवा संस्था से प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से शामिल हैं।
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