संसद चूक मामला: दिल्ली पुलिस ने UP पुलिस से मांगी मदद, आरोपी के जूतों में ‘केविटी’ बनाने वाले की तलाश
Sandesh Wahak Digital Desk : दिल्ली पुलिस ने संसद सुरक्षा चूक मामले के आरोपी सागर शर्मा और मनोरंजन डी के जूतों में धुएं की केन रखने के लिए जगह बनाने वाले उस शख्स का पता लगाने के लिए लखनऊ की पुलिस से मदद मांगी है। जो जूता बनाने का काम करता है।
उन्होंने बताया कि पुलिस इस व्यक्ति को मामले में गवाह बनाना चाहती है।
दिल्ली पुलिस के सूत्रों के अनुसार सागर ने पहले खुद जूतों को अपने हिसाब से तैयार करने की कोशिश की लेकिन नाकाम रहने पर उसने जूता बनाने वाले उस व्यक्ति से संपर्क किया जो एक साइकिल पर लखनऊ के आलमबाग आता था। दिल्ली पुलिस के एक दल ने इस महीने की शुरुआत में इस व्यक्ति की तलाश में लखनऊ का दौरा किया था, लेकिन उसे सफलता नहीं मिली।
संसद पर 2001 में किए गए आतंकी हमले की बरसी के दिन 13 दिसंबर को, सुरक्षा चूक की बड़ी घटना उस वक्त सामने आई जब लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दर्शक दीर्घा से दो लोग सदन के भीतर कूद गए और ‘केन’ के जरिये पीले रंग का धुआं फैला दिया। घटना के तत्काल बाद दोनों को पकड़ लिया गया।
लोकसभा सदस्य प्रताप सिम्हा की सिफारिश वाले पास पर संसद के अंदर किया था प्रवेश
उन दोनों ने कर्नाटक के मैसुरू से भारतीय जनता पार्टी के लोकसभा सदस्य प्रताप सिम्हा की सिफारिश वाले पास पर संसद के अंदर प्रवेश किया था।
सूत्रों ने बताया कि पूछताछ के दौरान सागर ने खुलासा किया था कि उसने पहले एक बार संसद में प्रवेश के दौरान देखा था कि जूतों की जांच नहीं हो रही है, उसके बाद ही उसने जूतों में अलग से जगह (केविटी) बनाने की कोशिश की।
एक सूत्र ने कहा जब उसकी कोशिश कामयाब नहीं हुई तो वह आलमबाग में जूते बनाने वाले के पास गया। उसने जांच अधिकारियों को बताया कि उसने अपने घर के पास एक दुकान से 595 रुपये की दर से दो जोड़ी जूते खरीदे थे और साइकिल पर आलमबाग आने वाले उस व्यक्ति से मिला जो जूता बनाने और सही करने का काम करता था।