मानव तस्करी सिंडिकेट में शामिल एक और गिरफ्तार, यूपी एटीएस ने दिल्ली से दबोचा

Sandesh Wahak Digital Desk : बांग्लादेशी और रोहिंग्या नागरिकों को अवैध घुसपैठ कराकर उन्हें जाली दस्तावेज के सहारे भारत की नागरिकता दिलाने वाले मानव तस्करी सिंडीकेट के एक और सदस्य को यूपी एटीएस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी मोहम्मद अब्दुल अव्वल को नई दिल्ली के निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन के पास से पकड़ा गया।

आसाम के गोलपारा निवासी अब्दुल अव्वल नई दिल्ली के ओखला जामिया नगर स्थित श्रम विहार का रह रहा था। उसने लखनऊ के नदवा मदरसा से वर्ष 2017 में 12वीं की शिक्षा ग्रहण करने के बाद दिल्ली में फिनो बैंक ने एजेंट का काम कर रहा था। एटीएस इस सिंडिकेट के पांच सदस्यों को पहले ही दबोच चुकी है।

पांच लोग पहले ही हो चुके गिरफ्तार

एडीजी एटीएस मोहित अग्रवाल ने बताया कि एटीएस ने मानव तस्करी सिंडिकेट के सदस्यों के खिलाफ बीते अक्टूबर माह में जाली दस्तावेज के आधार पर धोखाधड़ी, विदेशी अधिनियम और पासपोर्ट अधिनियम का मुकदमा दर्ज करते हुए पांच सदस्यों बांग्लादेश निवासी अदिलुर रहमान असरफी, तानिया मंडल, इब्राहिम खान, पश्चिम बंगाल निवासी अबु हुरैरा गाजी और शेख नजीबुल हक को गिरफ्तार किया था।

उनसे पूछताछ और साक्ष्यों के आधार पर सिंडिकेट के एक और सदस्य मोहम्मद अब्दुल अव्वल को भी गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में उसने बताया कि वह किराये की दुकान में फिनो पेमेंट बैंक की मर्चेंट आईडी लेकर बैंक खाते खोलने व मनी ट्रांसफर का काम करता है। कोरोना काल में उसकी मुलाकात डॉ. अब्दुल गफ्फार से दिल्ली में हुई थी।

डॉ. गफ्फार व उसके सहयोगियों ने बताया कि अगर फिनो बैंक में रोहिंग्या, बांग्लादेशी, झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले मुस्लिमों के नाम पर खाते खोल ले, तो उसमें डॉ. गफ्फार अपने एनजीओ के एफसीआरए खाते में आने वाले विदेशी धन को ट्रांसफर कर देगा। ट्रांसफर किए गए रुपए को नकद निकाल कर उसका इस्तेमाल अपने फायदे और अवैध घुसपैठियों की सहायता के लिए हो सकता है।

यूरोपीय देशों से आए 20 करोड़

आरोपी अब्दुल अव्वल ने विभिन्न नामों से फिनो बैंक में ऑनलाइन खाते खोले। उनमें डॉ. गफ्फार के एफसीआरए खाते से छोटी-छोटी रकम को सैकड़ों बार ट्रांसफर किया गया। अब्दुल अव्वल इस धनराशि को नकद निकाल कर डॉ. गफ्फार के साथ आधा-आधा बांट लेता था। डॉ. गफ्फार अपने स्तर से भी कुछ अन्य खातों में भी इस प्रकार से रुपए ट्रांसफर कर लाभ कमा रहा था। इस धनराशि को सहारनपुर में भी पूर्व में गिरफ्तार आरोपियों को विभिन्न माध्यमों से भेजा गया था, जिसका देश-विरोधी गतिविधियों में किया गया था।

रिमांड पर आरोपी को लेगी एटीएस

उसने बताया कि डॉ. गफ्फार के एनजीओ सन शाइन हेल्थ एंड सोशल वेलफेयर ट्रस्ट के खाते में यूरोपीय देशों से लगभग 20 करोड़ रुपए आ चुके हैं। एनजीओ की आड़ में सिंडिकेट द्वारा विदेशों से रुपए मंगाकर देश-विरोधी गतिविधियों में उपयोग किया जा रहा है, जो एफसीआरए अधिनियम एवं नियम का उल्लंघन का मामला भी है। एटीएस अब्दुल अव्वल को लखनऊ लाकर अदालत में पेश करेगी, जिसके बाद उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी।

Get real time updates directly on you device, subscribe now.