उत्तर प्रदेश के आयुष घोटाले में ईडी ने दर्ज किया मनी लांड्रिंग का केस
Sandesh Wahak Digital Desk: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पीएमएलए एक्ट के तहत आयुष कॉलेजों के प्रवेश घोटाले में मंगलवार को मनी लांड्रिंग का केस दर्ज कर लिया। ‘संदेश वाहक’ लगातार आयुष घोटाले में ईडी अफसरों की सुस्ती को लेकर एजेंसी पर सवाल उठा रहा था।
घोटाले में तत्कालीन आयुष मंत्री धर्म सिंह सैनी और अपर मुख्य सचिव रहे प्रशांत त्रिवेदी की घूसखोरी भी बेनकाब हुई थी। कॉलेज संचालकों समेत अफसरों और नेताओं की सम्पत्तियों पर ईडी न सिर्फ शिकंजा कसेगी बल्कि कड़ी पूछताछ भी होगी। कॉलेज मालिकों ने छात्रों से 50 करोड़ से ऊपर की रकम वसूल की है। हजरतगंज कोतवाली में दर्ज एफआईआर पर एसटीएफ पहले ही आयुर्वेद निदेशक एसएन सिंह समेत 16 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। ईडी भी मामले में जल्द नोटिस जारी कर अभियुक्तों से पूछताछ शुरू करेगी।
ईडी एसटीएफ की जांच को आधार बनाएगी
हाईकोर्ट ने इस घोटाले की जांच सीबीआई से कराने के आदेश दिए थे लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इस आदेश पर रोक लगा दी थी। तब से यह मामला मानो एसटीएफ की फाइलों में दफन है। मनीलांड्रिंग की जांच के दौरान ईडी एसटीएफ की जांच को आधार बनाएगी। जिसमें सामने आया था कि प्रवेश में फर्जीवाड़ा कर कमाए गए पैसों को आरोपियों ने अलग-अलग जगह निवेश भी कर दिया है। तकरीबन चार दर्जन से ज्यादा सरकारी और आठ सौ से ऊपर निजी कॉलेज इस फर्जीवाड़े में लिप्त बताये जा रहे हैं।
वहीं करीब 891 छात्र छात्रों का दाखिला निरस्त हुआ था। आरोपियों के मुताबिक प्रति छात्र सरकारी कॉलेजों में दाखिले के लिए पांच लाख और निजी कॉलेजों में दाखिले के लिए दो से ढाई लाख रुपये तय किए गए थे। सूत्रों के मुताबिक करोड़ों की धन उगाही के जरिये घोटालेबाजों ने तमाम संपत्तियों की खरीद फरोख्त की है।
शाइन सिटी घोटाले में तीसरी गिरफ्तारी, सौ सम्पत्तियों के मुखिया बने एजेंट को दबोचा
ईडी ने दूसरी बड़ी कार्रवाई के तौर पर करीब 60 हजार करोड़ के शाइन सिटी घोटाले में शामिल एजेंट दुर्गाप्रसाद को गिरफ्तार कर लिया। ईडी ने मंगलवार को उसे मनी लांड्रिंग एक्ट के विशेष जज के समक्ष पेश किया। जहां से दुर्गा 17 दिसंबर तक ईडी की रिमांड पर भेज दिया गया। विस्तृत पूछताछ और कंपनी की संपत्तियों को जब्त करने के लिए ईडी रिमांड के दौरान दुर्गा से राज उगलवाये जाएंगे।
ईडी की जांच में सामने आया है कि दुर्गा प्रसाद शाइन सिटी समूह की करीब सौ से ज्यादा बेशकीमती संपत्तियों का कर्ताधर्ता बना बैठा है। ईडी शाइन सिटी के मुखिया व भगोड़े राशिद नसीम के एजेंटों पर कार्रवाई कर रही है। यह शाइन सिटी मामले में तीसरी गिरफ्तारी है। इससे पहले ईडी ने शशिबाला और अभिषेक सिंह को गिरफ्तार किया था। अभी तक ईडी ने शाइन सिटी की 128 करोड़ की संपत्ति जब्त की है।
Also Read : आयुष घोटाला : करोड़ों की मनी लांड्रिंग के बावजूद ईडी अफसरों की चुप्पी