UP: सौन्दर्यीकरण घोटाले में जेई गिरफ्तार, अन्य आरोपियों तेज हुई तलाश

Sandesh Wahak Digital Desk : लोक निर्माण विभाग कानपुर में तैनात जूनियर इंजीनियर गोपाल सिंह कुशवाहा को ईओडब्ल्यू ने गिरफ्तार कर लिया है। उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम में डेपुटेशन के दौरान गाजीपुर जनपद में हुए 699.48 रुपए के सौन्दर्यीकरण घोटाले में आरोपी था। आरोपी को ईओडब्ल्यू ने वाराणसी की एंटी करप्शन कोर्ट में पेश किया। ईओडब्ल्यू घोटाले में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।

स्पेशल डीजी कानून व्यवस्था एवं ईओडब्ल्यू प्रशांत कुमार ने बताया कि वर्ष 2013 में जिला गाजीपुर के ब्लॉक भदौरा स्थित परमेन शाह का तालाब, सेवराई चीर पोखरा, मां कामख्या धाम गहमर, देवकली स्थल और देवल के कीनाराम स्थल के पर्यटन विकास एवं सौन्दर्यीकरण के लिए शासन ने 8.17 करोड़ रुपए की धनराशि जारी की थी। यह कार्य उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम को कराना था।

निर्माण निगम में प्रतिनियुक्ति पर तैनात जूनियर इंजीनियर गोपाल सिंह कुशवाहा ने विभागीय अधिकारियों और ठेकेदार की सांठगांठ से महज 1.17 करोड़ का ही काम कराया था और 6.99 करोड़ रुपए हड़प लिए थे।

ठेकेदारों के खिलाफ शासकीय धन का दुरुपयोग

मानक के मुताबिक काम न होने और शासकीय धन की बंदरबांट किए जाने पर विंध्याचल मंडल वाराणसी के संयुक्त निदेशक पर्यटन अविनाश चंद्र मिश्रा ने वर्ष 2017 में कार्यदायी संस्था यूपी राजकीय निर्माण निगम लिमिटेड के अधिकारियों, कर्मचारियों और ठेकेदारों के खिलाफ शासकीय धन का दुरुपयोग, गबन और क्षति कारित करने के संबंध में थाना गहमर गाजीपुर में गबन, आपराधिक साजिश, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम समेत अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था।

बाद में शासन ने मामले की जांच आर्थक अपराध अनुसंधान संगठन (ईओडब्ल्यू) को सौंपी गई थी। जांच में निर्माण निगम के अधिकारियों, कर्मचारियों और ठेकेदारों को सरकारी धन के गबन का दोषी पाया गया था।

इसके बाद आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे थे। शनिवार रात ईओडब्ल्यू की टीम ने वर्तमान में पीडब्ल्यूडी में कार्यरत जूनियर इंजीनियर गोपाल सिंह कुशवाहा को शनिवार रात कानपुर से पकड़ लिया।

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