UP: एसटीएफ ने एयरफोर्स का फर्जी स्क्वाड्रन लीडर को किया गिरफ्तार

UP Crime News: वायुसेना का स्क्वाड्रन लीडर बन वायुसेना में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले शातिर को एसटीएफ और वायुसेना की इंटेलीजेंस कानपुर यूनिट की संयुक्त टीम ने गिरफ्तार किया है। जालसाज ने दिल्ली, कानपुर, उन्नाव समेत आधा दर्जन जगहों पर 150-200 लोगों को वायुसेना में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी की है। संयुक्त टीम ने आरोपित के पास से स्क्वाड्रन लीडर की वर्दियां भी बरामद की है।

एयरफोर्स म्यूजियम से जानी थी रैंक और पोस्ट

एडीजी अमिताभ यश ने बताया कि मूल रूप से अजगैन उन्नाव निवासी आरोपी राहुल राजपूत अपने पिता के साथ उत्तम नगर नई दिल्ली में रह रहा था। वहां से कैंट एरिया पांच से छह किलोमीटर दूर है। राहुल ने अपने स्कूल के दिनों से ही वहां पर आना जाना शुरू कर दिया था। पढ़ाई पूरी करने के बाद वह वहां के अधिकारियों के रहन सहन से प्रभावित हो गया और वायुसेना के अधिकारियों की रैंक और पोस्ट व उनकी वर्दी के बारे में जानकारी हासिल करने लगा। इसके लिए आरोपी कई बार एयरफोर्स म्यूजियम भी गया था।

आरोपी राहुल राजपूत ने सन 2014 में राजकीय ब्यॉज सीनियर सेकेन्ड्री जनकपुरी दिल्ली से हाईस्कूल और 2016 में इंटर की पढ़ाई पास की। इसके बाद मोबाइल लैपटॉप कम्प्यूटर रिपेयरिंग का कोर्स किया। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत रीटेल एवं सेल्स मैनजेमेंट का कोर्स तिलक नगर नई दिल्ली से किया। फिर ट्रोब स्किल्स के जरिए पैरामेडिकल कॉलेज से बीएलएस, एईडी, सीपीआर, ईएमटी का एक साल का कोर्स सन 2020 में पूरा किया था। आरोपी ने अपने घरवालों और रिश्तेदारों को भी खुद की स्क्वाड्रन लीडर बताया था।

करीब 200 लोगों को वायुसेना में नौकरी दिलाने के नाम पर की थी ठगी

आरोपी ने दिल्ली, कानपुर, उन्नाव, लखनऊ, और आसपास के इलाकों में 150-200 बेरोजगार युवाओं से लाखों रुपयों की ठगी की है। आरोपित फर्जी लैटर वायुसेना की मोहर लगाकर तैयार कर युवाओं को सौंप देता था।

बेरोजगार युवक जब वायुसेना पहुंचे तो इंटेलीजेंस युनिट सक्रिय हो गई। उन्होंने जांच पड़ताल की तो पता चला कि आरोपी राहुल छुपकर रेलबाजार कानपुर में रह रहा है। एसटीएफ से इस मामले में मदद मांगी गई। मंगलवार को संयुक्त टीम ने टाटमिल से रामदेवी जाने वाले रास्ते पर आरोपी को दबोच लिया। वह बस में बैठकर शहर से भागने की फिराक में था।

चार खातों में ट्रांजेक्शन का पता लगा रही एसटीएफ

एडीजी ने बताया कि शातिर राहुल ठगी की रकम एक ई रिक्शा चालक के खाते में मंगाता था। एसटीएफ को चार बैंक खातों के बारे में जानकारी मिली है। जिसमें ट्रांजक्शन कितना और किसके जरिए हुआ है इसका पता किया जा रहा है। आरोपी राहुल अगस्त से रेलबाजार के एक होटल में रह रहा था। वहां पर इसने पूरी सेटिंग बना रखी थी। वहां पर होटल के स्टाफ के खाते में यह ऑनलाइन रुपए मंगा लेता था और उसे कुछ रुपए देकर उसके खाते से रुपए निकालकर रख लेता था। आरोपी को रुपए दिल्ली से आते थे। रुपए भेजने वाले की जानकारी एसटीएफ द्वारा जुटाई जा रही है।

सेना की यूनिफॉर्म और जाली दस्तावेज बरामद

आरोपित के पास से एक न्यू पैटर्न कांबैक्ट यूनिफार्म, माउंटेड रिबिन के साथ, मेडिकल बैज स्क्वाड्रन लीडर रैंक और साथ में एयरक्राफ्ट मैन की रैंक और राहुल राजपूत की नेमप्लेट, सफेद बेल्ट, गरुण फोर्स की कैप व शूज मिला। इसके अलावा नीली वायुसेना की वर्दी, स्क्वाड्रन लीडर की रैंक व नेमप्लेट, वायुसेना का पहचानपत्र, पांच अलग-अलग अभ्यर्थियों के पहचान पत्र, एक पंकज महतो नाम के अभ्यर्थी का कूटरचित पहचान पत्र, 2 आधार कार्ड (अलग-अलग जन्मतिथि के), भारतीय वायुसेना के रबर स्टाम्प, का पासपोर्ट, शपथपत्र, सात अलग-अलग अभ्यर्थियों के मेडिकल प्रमाण पत्र, भारतीय वायुसेना में भर्ती हेतु तीन पासपोर्ट साइज फोटो एयरफोर्स की वर्दी में और 2030 रुपये नकद बरामद किए गए हैं।

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