UP: खत्म हो रहा खाकी का खौफ, बढ़ते हमले दे रहे इकबाल को चुनौती
प्रदेश भर में ताबड़तोड एनकाउंटर के बावजूद लगातार पिट रहे पुलिसकर्मी, पिछले कुछ समय से वारदातों में आई तेजी
Sandesh Wahak Digital Desk/Abhishek Srivastava : देश के सबसे बड़े राज्य की पुलिस फोर्स हाईटेक होने के बावजूद अपराधियों के आगे अपना इकबाल खोती जा रही है। अपराधी लगातार इस्तकबाल को चुनौती देते हुए पुलिस पर भारी पड़ रहे हैं। सरकार कोई भी रही हो, बेखौफ अपराधी खाकी को खून से लाल कर ही रहे हैं। भले ही योगी सरकार में पुलिस अपनी गिरती साख को बचाने के लिए ताबड़तोड़ एनकाउंटर कर रही है।
इसके बाद भी बदमाशों में खाकी की धमक का सीधा असर नहीं दिख रहा है। बदमाशों के बढ़े हौसले का ही नतीजा है कि अब अमरोहा में पुलिस टीम पर हमला करते हुए पथराव कर दिया गया। घायल हालत में दरोगा और सिपाही ने भागकर अपनी जान बचाई।
यूपी पुलिस को छोटे अपराधी और उनके गुर्गे दे रहे चुनौती
प्रदेश सरकार एक तरफ ऑपरेशन ब्लैक पैंथर समेत नए नए टास्क कर बाहुबली माफिया मुख्तार अंसारी, विनय शंकर तिवारी, अतीक अहमद समेत हार्डकोर अपराधियों को साम्राज्य खत्म कर रही है। इसके बाद भी यूपी पुलिस को छोटे अपराधी और उनके गुर्गे चुनौती दे रहे हैं। पुलिस की लगातार कारवाई के बाद भी अपराधियों में खाकी का खौफ नहीं बैठ रहा है।
उधर, 16 नवंबर को बाराबंकी के मोहम्मदपुर खाला इलाके में चल रहे मेले में टेंट व्यवसाई ने दरोगा राजाराम को लोहे की पाइप से जमकर पीटा। 31 अक्टूबर को महोबा में चक्काजाम और बवाल करने वालों को गिरफ्तार कर लिए जा रही पुलिस पर हमला किया गया। सिपाही की रायफल छीनकर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। जिसमें गोली लगने से दरोगा और सिपाही घायल हो गए थे। 26 अक्टूबर को एटा जिले में रेप के आरोपी को पकड़ने गई पुलिस पर हमला कर गाड़ी में तोडफ़ोड़ की। हमले में सिपाही आकाश घायल हो गया था।
30 अगस्त को अयोध्या में सरयू एक्सप्रेस में महिला सिपाही की इज्जत पर हाथ डाला गया। असफल होने पर अपराधियों ने चलती ट्रेन से फेंक दिया था। जघन्य घटना पर एसटीएफ को भी लगाया गया। करीब तीन हफ्ते बाद अयोध्या में अपराधी नसीम को मुठभेड़ में ढेर किया गया, जबकि दो आरोपी घायल हो गए।
अमरोहा और सोनभद्र में हमला, तीन पुलिसकर्मी घायल
अमरोहा के गजरौला मार्ग पर शनिवार रात सवारियां बैठाने को लेकर हुए विवाद के बाद पहुंचे मलेशिया चौकी प्रभारी कमल सिंह और सिपाही सोनू पर दबंगों ने हमला करके उन्हें घायल कर दिया। वहीं सोनभद्र में मनबढ़ों ने महज माचिस न मिलने पर सिपाही प्रदीप कुमार को बेहरमी से पीटा। सडक़ पर घसीटकर लाने के बाद पैर पर बाइक चढ़ा दी थी। पीडि़त सिपाही ने पांच दिन बाद सदर कोतवाली में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही है।
खनन माफिया के इशारे पर उत्तराखंड में हुआ था हमला
इसी तरह 50 हजार के इनामी खनन माफिया जफर को पकडऩे 12 अक्टूबर को उत्तराखंड के उधमसिंह नगर गई मुरादाबाद पुलिस पर जबर्दस्त हमला कर दिया गया था। भीड़ ने फायरिंग की और बंधक बनाकर पीटा था। जिसमें दो सिपाही गोली लगने से घायल हुए थे, जबकि तीन अन्य पुलिसकर्मियों को चोटें आई थी। उस वक्त एसएसपी उधमसिंह नगर का तर्क था कि यूपी पुलिस ने दबिश के दौरान लोकल पुलिस को साथ नहीं लिया था।
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