उत्तर कोरिया ने परमाणु हथियारों को दिया संवैधानिक दर्जा, यह देश हुए परेशान
North Korea Nuclear Program: ताजा खबर उत्तर कोरिया से है, जहाँ उत्तर कोरिया की संसद ने अपने देश को परमाणु हथियार शक्ति के रूप में संविधान में दर्ज कर लिया है। इसके साथ ही उत्तर कोरिया ने अपने संविधान में परमाणु हथियारों को शामिल किया है, वहीं किम जोंग उन ने राज्य पीपुल्स असेंबली की बैठक में कहा कि डीपीआरके की परमाणु बल-निर्माण नीति को राज्य के बुनियादी कानून के रूप में स्थायी बना दिया गया है, जिसका किसी को भी उल्लंघन करने की इजाजत नहीं है।
जानकारी के अनुसार डीपीआरके देश के औपचारिक नाम का संक्षिप्त रूप है, वहीं यह कदम पिछले साल उत्तर कोरिया द्वारा खुद को परमाणु राष्ट्र घोषित करने पर आधारित है।
बता दें प्योंगयांग का आखिरी परमाणु परीक्षण 2017 में था लेकिन उसने हाल के महीनों में परीक्षण के लिए परमाणु हथियारों के साथ मिसाइलें लॉन्च की हैं, वहीं अब देश के आधिकारिक नाम के संक्षिप्त नाम का उपयोग करते हुए कहा कि डीपीआरके की परमाणु बल-निर्माण नीति को राज्य के बुनियादी कानून के रूप में स्थायी बना दिया गया है, जिसका किसी को भी उल्लंघन करने की इजाजत नहीं है।
वहीं दक्षिण कोरिया और संयुक्त राज्य अमेरिका ने चिंता व्यक्त की है कि उत्तर कोरिया अपने परमाणु मिसाइल कार्यक्रमों के लिए रूस से तकनीकी सहायता मांग सकता है जबकि मास्को यूक्रेन पर अपने आक्रमण के लिए गोला-बारूद प्राप्त करना चाहता है।
इसके साथ ही दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यूं सुक येओल ने मंगलवार को प्योंगयांग को परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने के खिलाफ चेतावनी दी वहीं जब सियोल ने एक दशक में पहली बार बड़े पैमाने पर सैन्य परेड का आयोजन किया।
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