Lucknow: लोहिया जैसा न हो केजीएमयू की नर्सिंग भर्ती का हाल, RNS ने सीएम योगी को पत्र भेजा

Sandesh Wahak Digital Desk : गुजरात की एजेंसी एडुटेस्ट पर यूपी के सरकारी चिकित्सा संस्थान कुछ अधिक ही मेहरबान है। लोहिया संस्थान की नर्सिंग भर्ती परीक्षा का जिम्मा इस संस्था को देने पर भारी संख्या में गड़बड़ियों को अंजाम दिया गया था। इसके बावजूद एक बार फिर इसी संस्था के हवाले केजीएमयू में होने जा रही नर्सिंग भर्ती करने की तैयारी है। जिसके खिलाफ राजकीय नर्सेस संघ (Rajkiya Nurses Sangh) ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजा है।

मुख्यमंत्री को भेजे गए पत्र के मुताबिक केजीएमयू रजिस्ट्रार ने नर्सेस भर्ती से जुड़ा पत्र 22 जून को जारी किया। जिसमें कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट द्वारा किए जाने की तैयारी की गई है। जबकि इससे पूर्व अगस्त 2021 में स्टाफ नर्स/ सिस्टर ग्रेट 2 की भर्ती उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा कराई गई थी। इससे पूर्व भी वर्ष 2015-16 में केजीएमयू द्वारा कराई गयी भर्ती में गड़बड़ियां होने पर सरकार की बहुत किरकिरी हुई थी।

राज्यपाल ने रद्द की भर्ती प्रक्रिया

जिसके बाद राज्यपाल ने तत्काल प्रभाव से प्रक्रिया रद्द करते हुए भर्ती फिर लोक सेवा आयोग द्वारा कराई। राजकीय नर्सेज संघ उप्र के मुताबिक फिर केजीएमयू द्वारा नर्सेस की भर्ती एजेन्सी एडुटेस्ट से कराने का प्रावधान शासन को भेजा जा रहा है।

इस संस्था के ऊपर इसी वर्ष राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में काफी धांधलियों के आरोप लगे थे। जिसके बाद कुछ सेंटरों पर दोबारा परीक्षा करनी पड़ी थी। संघ की मांग है कि केजीएमयू नर्सिंग की भर्ती उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रकाशित 12 फरवरी 2016 की नियमावली के अनुसार पूर्व की भांति  लोक सेवा आयोग प्रयागराज से ही कराई जाए, जिससे किसी भी प्रकार की कोई गड़बड़ी न हो।

पीजीआई के डॉक्टरों की दुलारी है एजेंसी

लोहिया की नर्सिंग भर्ती परीक्षा में भारी पैमाने में गड़बडिय़ों को अंजाम देने के बावजूद दोषियों के ऊपर कार्रवाई का इंतजार आज भी है। हाईपावर कमेटी की रिपोर्ट का भी कोई अता-पता नहीं है। पीजीआई के डॉक्टर गुजरात की एजेंसी एडुटेस्ट को कुछ ज्यादा ही पसंद करते हैं यहां की डॉक्टर सोनिया नित्यानंद केजीएमयू और लोहिया संस्थान दोनों की मुखिया हैं।

इनके कार्यकाल के दौरान ही लोहिया संस्थान की नर्सिंग भर्ती परीक्षा में गड़बड़ियों की कलंक कथा लिखी गयी थी। अब केजीएमयू की भर्ती परीक्षा का जिम्मा भी इसी एजेंसी को देने से जिम्मेदारों पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। इसी तरह पीजीआई के निदेशक डॉ आरके धीमन के पास कैंसर संस्थान के मुखिया का भी चार्ज है। यहां भी पूर्व में गुजरात की एजेंसी एडुटेस्ट को ही टेंडर के जरिये भर्ती प्रक्रिया की जिम्मेदारी सौंपी गयी थी।

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