…तो श्री व माननीय के हकदार नहीं रह गए केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर!
Sandesh Wahak Digital Desk : लखनऊ में विकास परियोजनाओं के शिलान्यास व लोकार्पण के लिए नगर निगम की ओर से छपवाए गए आमंत्रण पत्र में केन्द्रीय मंत्री कौशल किशोर के नाम के पहले श्री व माननीय न लगाए जाने का मुद्दा शुक्रवार को नगर निगम के व्हाट्सएप ग्रुप पर छाया रहा। हंगामा मचा तो नगर आयुक्त इन्द्रजीत सिंह से लेकर अधीनस्थ अफसर भी हरकत में आ गए और कई अफसर-कर्मचारियों को फटकार भी लगी।
उधर, इस्माइलगंज प्रथम वार्ड से कांग्रेस के पार्षद मुकेश सिंह चौहान ने मामले में अपना बयान जारी किया और व्हाट्सएप पर संदेश भेजकर इसे दलितों के अपमान से जोडक़र पेश किया। हालांकि मामले में नगर निगम प्रशासन की ओर से इसे लिपिकीय त्रुटि बताकर सार्वजनिक रूप से माफी भी मांगी गई। जिसके बाद आमंत्रण पत्र में त्रुटि सुधारकर दोबारा उसे व्हाट्सएप ग्रुप पर भेजा गया। लेकिन विपक्ष के कुछ पार्षदों का कहना था कि कार्ड छपे और बंट भी गए तब नगर निगम त्रुटि सुधार व माफीनामे का दिखावा कर रहा है,मामले का मेयर को संज्ञान लेना चाहिए।
मालूम हो कि नगर निगम की ओर से लालबाग स्थित झण्डी वाला पार्क में शनिवार को विकास परियोजनाओं के शिलान्यास व लोकार्पण का कार्यक्रम आयोजित किया गया है। जिसके आमंत्रण पत्र में रक्षा मंत्री, सीएम, डिप्टी सीएम, ऊर्जा मंत्री व महापौर के नाम के आगे श्री, श्रीमती व माननीय लिखा गया। मगर, केन्द्रीय मंत्री कौशल किशोर के नाम के पहले ऐसे संबोधन का जिक्र नहीं किया गया।
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