UP Politics: ‘हमारे साथ आइए…’, जयंत चौधरी को बीजेपी नेता का ऑफर

Sandesh Wahak Digital Desk : लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी लगातार विपक्षी गठबंधन के दलों में सेंधमारी की कोशिश कर रही है। पिछले दिनों सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी को अपने पाले में करने के साथ ही ओपी राजभर को NDA  में शामिल कर लिया। अब योगी सरकार के मंत्री राष्ट्रीय लोक दल को अपने पाले में करने की कोशिशों में जुट गई है।

योगी सरकार के व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने दावा किया कि रालोद के मतदाता आज बीजेपी को अपनी पसंद बना रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने अच्छे दिनों की याद दिलाते हुए कहा कि 2009 के लोकसभा चुनाव में RLD का BJP के साथ गठबंधन था। जिसमें RLD को पांच सीटें मिली थी, लेकिन गठबंधन से हटने के बाद के आम चुनाव में रालोद को एक भी सीट हासिल नहीं हुई थी।

अग्रवाल ने कहा इसका मतलब यह है कि रालोद के लिए भाजपा के साथ गठबंधन सबसे फायदेमंद साबित हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि अगले साल की शुरुआत में होने वाले लोकसभा चुनाव में वे (रालोद) भाजपा के साथ गठबंधन करेंगे या नहीं, इसका फैसला भाजपा नेतृत्व और रालोद प्रमुख जयंत चौधरी करेंगे।

मुजफ्फरनगर विधानसभा सीट से तीसरी बार निर्वाचित बीजेपी नेता ने एक इंटव्यू में कहा कि ‘यह (गठबंधन) मेरा काम नहीं है। हालांकि, मैं यह जरूर कहूंगा कि रालोद के मतदाता आज भाजपा की ओर आकर्षित हैं।’ उन्होंने कहा कि भाजपा ने रालोद को सम्मान और आरक्षण दिया।

रालोद राज्‍य के मुख्‍य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में

मौजूदा समय में रालोद राज्‍य के मुख्‍य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में है। रालोद ने प्रदेश में 2022 का विधानसभा चुनाव भी सपा के साथ मिलकर लड़ा था और 403- सदस्यीय विधानसभा में रालोद के मात्र नौ विधायक हैं। पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के पुत्र एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत चौधरी अजित सिंह के नेतृत्व में रालोद ने 2009 का लोकसभा चुनाव भाजपा के साथ लड़ा था। भाजपा ने जहां 10 सीट जीती थीं, वहीं रालोद को पांच सीट मिली थीं। रालोद राज्य के पश्चिमी क्षेत्रों में केंद्रित पार्टी है।

अग्रवाल ने एक सवाल के जवाब में कहा कि जहां तक बहुजन समाज पार्टी (बसपा) का सवाल है, वह लगातार कमजोर हुई है। बसपा के परंपरागत मतदाता भाजपा की ओर आकर्षित हो रहे हैं। (भले ही) भाजपा उनकी पहली पसंद नहीं हो, लेकिन दूसरी पसंद जरूर है।

सपा के मतदाता है नाखुश

उन्होंने विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ के बारे में कहा, ‘इसका (‘इंडिया’ का) उत्तर प्रदेश में कोई प्रभाव नहीं होगा और कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिलेगी। भाजपा के पास 80 प्रतिशत वोट शेयर है, जबकि बाकी लोग 20 प्रतिशत के लिए लड़ रहे हैं।’

इस सवाल पर कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा है कि आगामी चुनाव में भाजपा का सफाया हो जाएगा, अग्रवाल ने कहा, अखिलेश ने पिछली बार (2022 विधानसभा चुनाव में) भी ऐसा ही कहा था, लेकिन जो सीट उनके (अखिलेश यादव) पास फिलहाल हैं, वे (सीट) भी उनके पास नहीं रहेंगी। उन्होंने कहा, ‘‘लोगों को पता चल गया है कि अखिलेश यादव किस तरह की राजनीति करते हैं, किस तरह के असामाजिक तत्वों ने उनसे हाथ मिला लिया है। यहां तक कि उनके अपने मतदाता भी उनसे नाखुश हैं।”

 

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