Lucknow: डीजल चोरी के मामले में कई अफसर रडार पर, ड्राइवर और क्लीनर से होगी पूछताछ
Sandesh Wahak Digital Desk : उत्तर रेलवे के आलमबाग स्थित डीजल शेड में तेल चोरी के मुख्य आरोपी को जमानत मिलने के बाद आरपीएफ और विजिलेंस के रडार पर पांच अफसर आ गए हैं। इन अफसरों से पूछताछ के पहले डीजल टैंकर के ड्राइवर और क्लीनर से पूछताछ होगी। इन लोगों से रविवार को पूछताछ हो सकती है।
शनिवार को डीजल शेड में तेल चोरी के पुराने मामलों को खंगाला गया और चोरी के तरीकों को जांच को विजिलेंस की टीम ने समझा। वहीं मुख्य आरोपी को बेल मिलने के बाद आरपीएफ उनकी गतिविधियों पर नजरें रखे हुए है।
बीते गुरुवार को आलमबाग डीजल शेड में जिस टैंकर को लाया गया, उसमें दो हजार लीटर से कुछ अधिक डीजल था। इसमें से 18 सौ लीटर डीजल निकाल लिया गयाए जबकि दो सौ से 215 लीटर टैंकर में छोड़ दिया गया, जिसे बाहर बेचने की तैयारी रही। इसके लिए जब डिपों से टैंकर में तेल मापा गया तो उसमें यह बचा हुआ तेल पाया गया। जबकि इसे शेड में ही उतारा जाना था।
ड्राइवर व क्लीनर आदि पर आरपीएफ एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज
मामले को लेकर मुख्य कार्यालय अधीक्षक राजीव कुमार मिश्र सहित ड्राइवर व क्लीनर आदि पर आरपीएफ एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। डीजल शेड में टैंकरों से आने वाले डीजल के लिए 7,70,000 लीटर क्षमता के टैंकर हैं। इसमें दो टैंकर 70.70 हजार लीटर क्षमता के हैं, जबकि एक टैंकर 6,30,000 लीटर क्षमता का है। इंजन की मरम्मत के लिए शेड में औसतन रोजाना करीब 20 हजार लीटर तेल की खपत होती है।
बता दें कि उक्त मामला कोई नया नहीं है पहले भी डीजल चोरी के मामले आ चुकें हैं। शेड में पहला डीजल चोरी का मामला 2016 में उजागर हुआ। वर्ष 2018 में चार हजार लीटर डीजल चोरी का मामला सामने आया। 28 जुलाई, 2021 में पूरा तेल टैंकर पार करने का मामला उजागर हुआ।
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