दसवीं की छात्रा संग गैंगरेप मामले में गरमाई सियासत, अखिलेश यादव ने भेजा प्रतिनिधि मंडल, BJP पर कसा तंज

Sandesh Wahak Digital Desk: यूपी के चित्रकूट में स्कूल के शिक्षकों और एक रिश्तेदार ने मिलकर हाईस्कूल की नाबालिग छात्रा के गैंगरेप किया है. वहीं, अब ये मामला सियासी मुद्दा बनता जा रहा है. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के कहने पर सपा का 7 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल मंगलवार को चित्रकूट पहुंचकर पीड़ित छात्रा के परिजनों से मिलकर पूरी घटना की जानकारी ली. साथ ही, बीजेपी पर जमकर निशाना भी साधा है.

बता दें कि मानिकपुर कस्बे की निवासी हाईस्कूल की छात्रा ने अपने स्कूल के प्रिंसिपल, दो शिक्षकों और एक रिश्तेदार पर 5 महीनों से लगातार गैंगरेप का आरोप लगाया था. मगर, पुलिस ने केवल एक ही शिक्षक के खिलाफ रेप का मुकदमा दर्ज किया था. इसके बाद पीड़ित छात्रा के परिजन ने पुलिस पर आरोपियों को बचाने के लिए दबाव बनाने का गंभीर आरोप लगाया था.

वहीं, अब यह मुद्दा लगातार गर्म होता जा रहा है. इसी सिलसिले में अखिलेश यादव ने अपना 7 सदस्यीय एक प्रतिनिधि मंडल पीड़ित परिजनों से मिलने के लिए चित्रकूट भेजा. इसमें सपा राष्ट्रीय सचिव व पूर्व मंत्री राम आसरे विश्वकर्मा, चित्रकूट के सदर विधायक अनिल प्रधान, पूर्व विधायक वीर सिंह और पूर्व जिला अध्यक्ष अनुज यादव सहित 7 सदस्यीय टीम पीड़ित छात्रा के परिवार से मुलाकात की और उन्हें न्याय दिलाने की हर संभव मदद का आश्वासन दिया.

इस मामले में सपा प्रतिनिधिमंडल में शामिल राम आसरे विश्वकर्मा ने बताया कि पीड़ित छात्रा के साथ स्कूल में हुई घटना दु:खद है. इस घटना को पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया है. लड़की के पहले बताए हुए बयान पर एफआईआर न दर्ज करके यहां के एसएचओ ने उसकी एफआईआर में फेरबदल किया, जिसे बाद में दर्ज किया गया है. इस मामले में पुलिस ने लीपापोती करने के लिए दो फर्जी लोगों को जेल भेज दिया. यहां तक कि पीड़ितस छात्रा के सगे फुफेरे भाई के साथ मारपीट कर जबरन उसे कबूलवा कर उसे आरोपी बना कर जेल भेज दिया.वहीं, मुख्य आरोपी अभी भी बाहर है.

उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी वारदात होने के बावजूद पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए सत्ता पक्ष का कोई भी विधायक, सांसद, मंत्री, नेता नहीं आया है. सरकार में आए दिन गरीब, पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक, आदिवासियों के ऊपर अत्याचार हो रहा है और इस सरकार की पुलिस बेलगाम होकर अत्याचार कर रही है. सरकार का कोई भी अंकुश पुलिस पर नहीं है. वरना अब तक जो लोग असली दोषी हैं उनको जेल जाना चाहिए था. लापरवाही करने वाले अधिकारियों को सस्पेंड करना चाहिए था.

बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए राम आसरे विश्वकर्मा ने कहा कि सरकार जो बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देती है. वह नारा कहां है. बीजेपी राज्य में सबसे ज्यादा बेटियों के साथ दुष्कर्म हुए हैं, बलात्कार हुए हैं और नाबालिग बच्चों के साथ अपराध हुए हैं. ना तो कहीं पुलिस दिखाई दे रही और ना सरकार दिखाई दे रही. कैसे माने इनका नारा बेटी बचाओ का है. बेटियां तो लुट रही हैं. इन तमाम घटनाओं में बीजेपी विधायक और सांसद यौन उत्पीड़न में अगर लग जाएंगे तो दूसरों को बढ़ावा तो मिलेगा ही. दागी तो सबसे ज्यादा बीजेपी के लोग हैं.

 

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