ममता सरकार पर CM योगी का तीखा हमला, बोले- देश को बंगाल बनाना चाहती है टीएमसी
Sandesh Wahak Digital Desk: पश्चिम बंगाल के पंचायत चुनावों के दौरान बड़े पैमाने पर हुई हिंसा को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने ममता बनर्जी सरकार पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि यूपी में निकाय चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से हुए. साथ ही पूछा कि क्या तृणमूल कांग्रेस देश को पश्चिम बंगाल बनाना चाहती है? एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में सीएम योगी ने बीजेपी सरकार की आलोचना करने वाले विपक्षी पार्टियों पर भी निशाना साधा.
#WATCH | "I have been CM for over 6 years now. There have been no riots in the state since 2017. No curfew was imposed in the past 6 years and all festivals were celebrated peacefully.…We did not resort to pretence or hypocrisy. Everybody has the right to fight elections, & if… pic.twitter.com/zacrmYS1f1
— ANI (@ANI) July 31, 2023
उन्होंने कहा कि वे पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा पर ‘शांत’ थे. अपने आलोचकों पर भी हमलावर होते हुए उन्होंने कहा कि पिछले 6 वर्षों से यूपी में ‘कोई दंगा नहीं हुआ, कोई कर्फ्यू नहीं लगा’ और सभी त्योहार शांति से मनाए गए.
बगैर टीएमसी का नाम लिए सीएम योगी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में विपक्षी पार्टी के कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई. हमने पश्चिम बंगाल में जो देखा, विपक्ष कैसे काम कर सकता था? विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं को पीटा गया. ये बातें आंखें खोल देने वाली हैं. इस पर कोई नहीं बोलता, कोई टिप्पणी नहीं करता. हर कोई शांत है.
पंचायत चुनाव में कई विपक्षी उम्मीदवारों को नामांकन दाखिल करने से रोके जाने के आरोपों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को चुनाव लड़ने का अधिकार है. जो लोग बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, वे देखें कि चुनाव कैसे हुआ है. यूपी में शहरी निकाय, पंचायत, विधानसभा के चुनाव हुए और पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव हुए. क्या हुआ? क्या वे देश को पश्चिम बंगाल जैसा बनाना चाहते हैं, जैसा टीएमसी सरकार ने पश्चिम बंगाल (और यूपी सरकार) में किया, इसमें अंतर है.
सीएम ने कहा कि हमने दिखावा या पाखंड का सहारा नहीं लिया. चुनाव लड़ने का अधिकार सभी को है और यह मिलना भी चाहिए. वे चुनाव लड़ सकते हैं और यदि सक्षम हैं तो जीतेंगे. अगर हम सक्षम हैं तो जीतेंगे, अगर नहीं हैं तो हारेंगे और ऐसा ही होना भी चाहिए. यदि व्यक्ति प्रतिद्वंद्वी है और जीतने में सक्षम है, तो उसे जीतना चाहिए. यह एक लोकतांत्रिक अधिकार है. हम उन्हें इससे वंचित नहीं कर सकते.
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