विडंबना : शासन के निर्देशों पर भारी पड़ रही अफसरों की मनमानी

बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग में नियमों को दरकिनार कर किए गए तबादले

Sandesh Wahak Digital Desk/Rakesh Yadav :  शासन की स्थानांतरण नीति में निर्देश कुछ भी हों लेकिन विभाग के आला अफसरों के लिए यह निर्देश कोई मायने नहीं रखते हैं।

यही वजह है कि स्थानांतरण नीति में पति और पत्नी को एक ही स्थान पर तैनात करने के स्पष्ट निर्देश के बावजूद बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग में इस बात को दरकिनार कर पति और पत्नी का अलग-अलग जगहों पर स्थानांतरण कर दिया गया। यही नहीं एक महिला कर्मी की पुत्री के 50 प्रतिशत मानसिक विकलांग होने के बाद भी उसको बहराइच स्थानांतरित कर दिया गया। बेतरतीब तरीके से किए गए तबादलों से विभाग के कर्मियों में खासा आक्रोश व्याप्त है।

प्रदेश के बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग में शासन की स्थानांतरण नीति की जमकर धज्जियां उड़ाई गईं। स्थानांतरण नीति में दी गई शर्तों को दर किनार कर अधिकारियों और कर्मचारियों के तबादले कर दिए गए। हरदोई में मुख्य सेविका के पद पर तैनात अर्चना वर्मा के पति लखनऊ में सरकारी सेवा में कार्यरत हैं।

इन्हें कन्नौज में तैनात कर दिया गया। इसी प्रकार हरदोई में ही तैनात मुख्य सविका सुमन वर्मा के पति लखनऊ में हैं और उन्हें कन्नौज में तैनात कर दिया गया है। उन्नाव में मुख्य सेविका पद पर तैनात शशिकांता के पति लखनऊ में तैनात हैं उन्हें भी कन्नौज में तैनात कर दिया गया। लखनऊ में मुख्य सेविका पद पर तैनात सुषमा मिश्रा के पति लखनऊ सचिवालय में हैं और उन्हें उन्नाव में तैनात कर दिया गया।

मुख्य सेविका के पद पर तैनात सविता देवी की पुत्री विकलांग

इसी प्रकार मुरादाबाद में मुख्य सेविका के पद पर तैनात सविता देवी की पुत्री विकलांग है। इनका तबादला बागपत कर दिया गया है। लखनऊ में तैनात मुख्य सेविका निरुपमा के 80 वर्षीय पिता व मां हैं जिनकी देखभाल का जिम्मे उनके पास है। उनका तबादला बलरामपुर कर दिया गया है। इसी क्रम में बाराबंकी में तैनात मुख्य सेविका आरती सुमन की पुत्री 50 प्रतिशत मानसिक विकलांग है और पति लखनऊ में तैनात हैं। इनका तबादला बहराइच कर दिया गया है।

इसके अलावा स्थानांतरण नीति में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि मान्यता प्राप्त संघ के अध्यक्ष एवं महामंत्री के पदभार ग्रहण करने के बाद दो वर्ष तक स्थानांतरण नहीं किया जाएगा। इसके बावजूद सुपरवाइजर एसोसिएशन की अध्यक्ष एवं महामंत्री को रायबरेली और कन्नौज स्थानांतरित कर दिया गया है। इसके अलावा कई पदाधिकारियों को भी स्थानांतरित कर दिया गया।

तबादलों में नहीं हुआ कोई पक्षपात

बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग में पति-पत्नी को अलग करने और कर्मियों के अधीन आश्रित विकलांगों के होने के बाद भी इन मुख्य सेविकाओं के तबादलों के संबंध में जब निदेशक सरनीत कौर से सम्पर्क करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। विभाग की एक उपनिदेशक ने नाम नहीं लिखने की शर्त पर बताया कि तबादले नियमानुसार ही किए गए है। पति के लखनऊ में तैनात होने पर पत्नी को अन्य जनपदों में तैनात किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि नीति में स्पष्टï रूप से लिखा है कि यथासंभव हो तो कर सकते है किंतु लंबे समय से एक ही स्थान पर जमी मुख्य सेविकाओं को ही स्थानांतरित किया गया है।

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