अतिथि देवो भव: के फेर में फंसा युवक, फिर ऐसे उठा राज से पर्दा
Sandesh Wahak Digital Desk : अतिथि देवो भव: के फेर में अंकित ठगी का शिकार हो गया। विदेशी गोरी ने इंस्टा पर दोस्ती की। खुद को लंदन निवासी बता भारत में अस्पताल बनाने के लिए जमीन की खोजने के लिए जल्द इंडिया आने की बात कही। फिर जालसाज ने खुद को मुंबई एयरपोर्ट का कस्टम ऑफिसर बताकर पाउंड के नाम पर रजिस्ट्रेशन, इंश्योरेंस और टैक्स के नाम पर 3.42 लाख ऐंठ लिए। डिमांड बढ़ने पर पीड़ित का माथा ठनका। पड़ताल में ठगी का एहसास होने पर पीडि़त ने गोसाईगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।
गोसाईगंज के नगर पंचायत बाजार पूर्व इलाके में अंकित गुप्ता परिवार के साथ रहते हैं। उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले इंस्टाग्राम पर एक विदेशी गोरी की रिक्वेस्ट आई। अंकित ने रिक्वेस्ट एक्सेप्ट की। चैटिंग के दौरान युवती ने अपना परिचय बोरिस जॉनसन निवासी लंदन बताया। कहा कि वह लंदन के एक अस्पताल में जॉब करती है। बताया कि उसका प्लान है कि वह भारत में एक हॉस्पिटल खोले।
जमीन लेने ने नाम पर लाखों रुपये की धोखाधड़ी
इसके लिए एक जमीन की तलाश के लिए वह अगले हफ्ते भारत आ रही है। इसपर अंकित ने अतिथि देवो भव: की बात कही और भारत आने पर मदद करने का आश्वासन दिया। 22 जुलाई को उनके पास 8131026…से कॉल आई। फोनकर्ता ने खुद को मुंबई एयरपोर्ट से कस्टम ऑफिसर रवि वर्मा बताया। कहा कि एक विदेशी एयरपोर्ट पर पकड़ी गई हैं, जिनके पास काफी मात्रा में पाउंड है। विदेशी बोरिस ने आपका नंबर दिया है।
अंकित ने हामी भरते हुए आगे की बात की। फोन के पीछे मौजूद जालसाज ने पाउंड ड्राफ्ट के रजिस्ट्रेशन, इंश्योरेंस, टैक्स के नाम पर 3.32 लाख रुपए एक खाते में जमा कराए। इसके बाद बैंक हॉलिडे की बात कहकर होटल किराया देने के नाम पर 10 हजार और लिए। 3.42 लाख देने के बाद भी कथित कस्टम ऑफिसर की डिमांड कम नहीं हुई।
गोसाईगंज थाने में मुकदमा दर्ज
शक होने पर अंकित ने पड़ताल की तो ठगी का पता चला। पीड़ित ने मामले की शिकायत गोसाईगंज थाने में की। पुलिस ने तहरीर के आधार पर बीते शुक्रवार को विदेशी गोरी और कथित कस्टम ऑफिसर के खिलाफ आईटी एक्ट की रिपोर्ट दर्ज कर ली है। इंस्पेक्टर दिनेश चंद्र मिश्रा ने बताया कि साइबर क्राइम सेल की मदद से पड़ताल की जा रही है।
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