Lucknow : जमीन दिलाने का झांसा दे रिटायर्ड रेलकर्मी से ठगे 17 लाख, केस दर्ज
Sandesh Wahak Digital Desk : सहारा अस्पताल के पास प्लॉट दिलाने का झांसा देकर प्रॉपर्टी डीलर ने साथियों की मदद से रिटायर रेल कर्मी से 17 लाख रुपए ऐंठ लिए। रजिस्ट्री में टालमटोल देख पीड़ित ने रुपए वापस मांगे तो आरोपी ने बात करना बंद कर दिया। बुजुर्ग दंपत्ति ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर शिकायत की। निर्देश पर बीबीडी पुलिस ने तीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। इंस्पेक्टर अजय कुमार सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।
मूल रूप से गोरखपुर निवासी एके शुक्ला और उनकी पत्नी अरुंधति वर्ष 2004 से चेन्नई में रह रहे थे। एके शुक्ला 30 अप्रैल और उनकी पत्नी 30 जून को रेलवे से सेवानिवृत्त हुईं। इससे पहले बुजुर्ग दंपत्ति ने लखनऊ में बसने की तैयारी की। वे लखनऊ में मकान बनाने के लिए जमीन तलाश रहे थे। रिश्तेदार के जरिए एके शुक्ल को प्रापर्टी डीलर कुलदीप सिंह के बारे में पता चला, जिसने कई मकान और जमीन के फोटो एके शुक्ला को व्हाटसएप पर भेजे।
प्लॉट रजिस्ट्री के नाम पर लाखों की धोखाधड़ी
दंपत्ति ने गोमतीनगर भरवारा में 1250 वर्ग फीट का प्लॉट पसंद किया, जिसका सौदा 35 लाख में तय हुआ। कुलदीप ने बताया कि प्लॉट हुकुम सिंह और उनके बेटे आरपी सिंह के नाम पर है। जो सौदा करने को तैयार हैं। बातचीत के बाद एके शुक्ला ने करीब 17 लाख रुपए आरटीजीएस के जरिए दिए। 25 नवंबर 2021 में रजिस्ट्री होनी थी। इसके बाद बचे हुए रुपए देने की बात तय हुई। एके शुक्ला ने बताया कि 1250 वर्ग फीट जमीन का सौदा तय हुआ था, जबकि मौके पर जमीन केवल 1200 वर्ग फीट ही है।
इसके साथ ही एके शुक्ला के बताए मुहुर्त में रजिस्ट्री भी नहीं की गई। ऐसी स्थिति में पीडि़त ने कुलदीप से 17 लाख रुपए लौटाने के लिए कहा था। जिसके लिए कुलदीप और आरपी सिंह तैयार नहीं हुए।
प्रापर्टी डीलर व उसके साथियों से परेशान होकर एके शुक्ल ने मुख्यमंत्री को पत्र भेज कर शिकायत की। जहां से मिले आदेश पर बीबीडी पुलिस ने जांच की तो दर्ज कराये गये सारे आरोप सही मिले। इसलिए पुलिस ने पीड़ित की तहरीर के आधार पर आरपी सिंह, कुलदीप सिंह और विनोद कुमार सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी और अमानत में खयानत की रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
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