मनीलांड्रिंग केस: महाठग शेरपुरिया की जांच में एजेंसियों की तेजी गायब
पर्दे के पीछे से काम कर रहा काले साम्राज्य में शामिल यूपी, दिल्ली व गुजरात के बड़े सफेदपोशों का दबाव
Sandesh Wahak Digital Desk : यूपी, दिल्ली और गुजरात तक कई सफेदपोशों की सांसें अटकाने वाले महाठग संजय शेरपुरिया की जांच ठन्डे बस्ते में जाती दिख रही है। जिस तेजी से पहले एसटीएफ और फिर बाद में ईडी ने मनीलांड्रिंग का केस दर्ज करके लखनऊ से गुजरात तक पूछताछ शुरू की थी। उससे उम्मीद जगी थी कि शेरपुरिया के मायावी साम्राज्य का हिस्सा रहे नौकरशाहों और राजनेताओं के असली चेहरे अब बेनकाब होने तय हैं।
किसी सियासी ताकत के दबाव में दोनों ही एजेंसियों ने मानो हथियार डाल दिए हैं। सियासी गलियारों में इसे यूपी बनाम दिल्ली का भी नाम दिया जा रहा था। गिरफ्तारी के अगले दिन ही गैलेन्ट समूह पर आयकर के छापे पड़ने के बाद मामले ने सुर्खियां बटोरी थी।
रजिस्ट्रार ऑफ कम्पनीज से इसके एनजीओ का पूरा ब्योरा भी तलब
तकरीबन एक माह पहले ईडी को यूथ रूरल एंटरप्रेन्योर फाउंडेशन और तमाम कंपनियों के सहारे 400 करोड़ से ऊपर की ठगी के मास्टरमाइंड संजय शेरपुरिया से पूछताछ में कई अहम सुराग हाथ लगे थे। वहीं एसटीएफ के हाथ शेरपुरिया की वो डायरी लगी थी, जिसमें कई सफेदपोशों का कच्चा-चिटठा लिखे होने का अंदेशा था। यही नहीं एसटीएफ ने शेरपुरिया से जुड़े पूर्व आईएएस और आईपीएस समेत बड़े अफसरों का नाम जानने के लिए रजिस्ट्रार ऑफ कम्पनीज से इसके एनजीओ का पूरा ब्योरा भी तलब किया था।
लखनऊ जेल में बंद शेरपुरिया की जांच में आगे बढऩे के बावजूद दोनों ही एजेंसियों की तेजी आखिर किसके दबाव में गायब हुई, ये एक बड़ा सवाल है। जिस उद्योगपति गौरव डालमिया से ईडी की जांच मैनेज कराने के वास्ते शेरपुरिया ने तकरीबन दस करोड़ रुपए लिए थे, उसके सरकारी गवाह बनने के बाद से ही जांच में नरमी देखी जा रही है। डालमिया ने संजय शेरपुरिया के करीबी नेताओं और अफसरों के बारे में अहम जानकारियां एजेंसियों से सांझा की है। विदेशों तक करोड़ों का निवेश किये जाने के संकेत मिले हैं।
शेरपुरिया के करीबी दोनों ईडी अफसरों पर मेहरबानी
शेरपुरिया के करीबी ईडी लखनऊ के दोनों बड़े अफसरों से अभी तक एसटीएफ ने पूछताछ करना गंवारा नहीं समझा है। वहीं ईडी ने अपने अफसरों की कारस्तानी जानते हुए भी इस बिंदु को अभी तक जांच में शामिल नहीं किया है। इनमें से डिप्टी डायरेक्टर रैंक के ईडी अफसर ने मनीलांड्रिंग की कई अहम जांचों को मटियामेट करके करोड़ों की काली कमाई को अंजाम दिया है।
भाजपा नेताओं समेत कई मंत्रियों संग वायरल हुई थी तस्वीरें
शेरपुरिया प्रधानमंत्री मोदी से भी अपनी करीबियां बताता था। पीएमओ से कोई भी काम कराने का ठेका लेता था। उसकी तस्वीरें भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, किरण रिजुजू (पूर्व कानून मंत्री), उप मुख्यमंत्री केशव मौर्या, ब्रजेश पाठक, विहिप के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार के साथ सामने आयी थी।