UP: 25 जिलों तक किया जाएगा ‘डायरिया नेट जीरो’ अभियान का विस्‍तार

उत्तर प्रदेश में पांच साल से कम उम्र के बच्‍चों को डायरिया के प्रकोप से बचाने के लिए जारी ‘डायरिया नेट जीरो’ अभियान को राज्‍य के 25 जिलों तक प्रसारित किया जाएगा।

Sandesh Wahak Digital Desk: उत्तर प्रदेश (UP) में पांच साल से कम उम्र के बच्‍चों को डायरिया के प्रकोप से बचाने के लिए जारी ‘डायरिया नेट जीरो’ अभियान को राज्‍य के 25 जिलों तक प्रसारित किया जाएगा। स्‍वच्‍छता, स्‍वास्‍थ्‍य और पोषण के क्षेत्र में काम करने वाली कम्‍पनी ‘रेकिट’ ने भारतीय वाणिज्य एंव उद्योग मंडल (एसोचैम) के ‘उत्तर प्रदेश एमएसएमई (लघु, कुटीर एवं मध्यम उपक्रम) सम्‍मेलन’ में यह घोषणा की।

‘रेकिट’ की दक्षिण एशिया इकाई के कार्यकारी उपाध्यक्ष गौरव जैन ने ऐलान करते हुए कहा, कम्‍पनी ने पांच साल या उससे कम उम्र के बच्‍चों की डायरिया से होने वाली मौत को रोकने के लिये चलाये जा रहे ‘डायरिया नेट जीरो’ अभियान को उत्तर प्रदेश के 25 जिलों (25 districts of UP) तक विस्‍तारित करने का फैसला किया है। वर्तमान में यह अभियान 13 जिलों में ही संचालित हो रहा है। विश्‍वास है कि राज्य सरकार के मजबूत समर्थन से यह प्रयास जोर पकड़ेगा और हम उत्तर प्रदेश में बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य और उज्ज्वल भविष्य के लिये कड़ी मेहनत कर पायेंगे।

‘रेकिट’ दक्षिण एशिया के ‘एक्सटर्नल अफेयर एवं पार्टनरशिप डायरेक्टर’ रवि भटनागर ने कहा, डायरिया नेट जीरो’ अभियान के तहत हम डायरिया से बचाव के लिये लोगों के तौर-तरीकों में बदलाव पर काम करते हैं। इस अभियान का मूल उद्देश्‍य ‘स्‍वच्‍छ भारत अभियान’ में सरकार का पूरा सहयोग करना है। राज्य में पिछले आठ साल से एक अहम भागीदार के तौर पर ‘डेटॉल बनेगा स्वस्थ्य भारत’ अभियान के तहत सफाई, स्वच्छता और स्वास्थ्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया गया है।

नुक्कड़ नाटकों के जरिये बढ़ा रहें है जागरूकता

उन्‍होंने कहा, हम राज्य (UP) में स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में की जा रही प्रगति को समर्थन देते हुये विभिन्‍न समुदायों को अपने साथ जोड़ रहे हैं और स्थानीय भाषा में तैयार शैक्षणिक संगीत और नुक्कड़ नाटकों के जरिये जागरूकता बढ़ा रहे हैं।

Also Read: धीमा जहर है मादक पदार्थों का नशा, आज ही छोड़ें वरना होंगी ये समस्याएं

Get real time updates directly on you device, subscribe now.