धीमा जहर है मादक पदार्थों का नशा, आज ही छोड़ें वरना होंगी ये समस्याएं

इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि इस तरह की दवाएं आसानी से युवाओं की पहुँच में हैं और इनके सेवन से घर या समाज में किसी को एहसास भी नहीं होता कि इस व्यक्ति ने किसी मादक पदार्थ का सेवन किया है।

Sandesh Wahak Digital Desk: हर साल 26 जून को अंतर्राष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस मनाया जाता है। इसे सबसे पहली बार 1987 में मनाया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य लोगों को नशा और इससे होने वाले कुप्रभाव के प्रति जागरूक करना है। इस साल अंतर्राष्ट्रीय नशा निषेध दिवस का थीम बेहतर देखभाल के लिए बेहतर ज्ञान जरूरी है यानी ‘Better Knowledge For Better Care’ है।

दरअसल, आज देश में एक सबसे बड़ी सामाजिक समस्या पैदा हो रही है और वह है “युवाओं के नशे का शिकार होना”। एक सर्वे के अनुसार इस देश में करीब-करीब 75 प्रतिशत युवा नशे का शिकार हैं। जिस तरह से टेक्नोलाजी विकसित हुई है, ठीक उसी तरह से नशे के सेवन में भी नई-नई टेक्नोलाजी विकसित हुई है। आज का युवा शराब और हेरोइन, ब्राउन शुगर, कोकेन इत्यादि जैसे मादक पदार्थो का नशा नहीं बल्कि कुछ दवाओं का इस्तेमाल भी नशे के रूप में कर रहा है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि इस तरह की दवाएं आसानी से युवाओं की पहुँच में हैं और इनके सेवन से घर या समाज में किसी को एहसास भी नहीं होता कि इस व्यक्ति ने किसी मादक पदार्थ का सेवन किया है।

प्रतिरोधक क्षमता पर पड़ता है असर

दरअसल, मादक पदार्थ का सेवन कुछ देर के लिए मस्तिष्क को खुशी की भावना दे सकता है क्योंकि यह केंद्रीय तंत्रिका तंत्र की प्रतिक्रियाओं को धीमा कर देता है, परंतु अंततः नशे के दौरान मूर्च्छा, रक्तचाप, नाड़ी संचार में शिथिलता अथवा तीव्रता और और श्वसन में कमी आती है और बीमारी की तरफ धकेल देती है। कभी-कभी तो इस दौरान मृत्यु भी हो सकती है क्योंकि इससे शरीर की बीमारी से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर पढ़ जाती है। मादक पदार्थों के सेवन से अवशोषण और खून में पोषक पदार्थों की कमी हो जाती है।

मादक पदार्थों के सेवन के साथ जुड़ी हुई बीमारियों की एक लंबी सूची है, उनमें से कुछ हैं…

  • गुप्तांगो से ख़ून का बहाव
  • उच्च रक्तचाप
  • हृदय रोग
  • हैपेटाइटिस
  • पेट, मुख, स्तन, जिगर आदि का कैंसर
  • रक्ताल्पता
  • अल्सर
  • यौन रोग
  • नींद का न आना
  • बेवजह का शरीर में दुबलापन
  • चिड़चिड़ाहट
  • बाल झड़ना
  • सिर में दर्द आदि

यदि किसी प्रकार के नशे की आदत है तो तुरंत ही उसे छोड़ दें अन्यथा कई और बुरे रोगों में ग्रस्त हो सकते हैं तथा इसकी लत अधिक हो जाने के कारण गुर्दे का कैंसर तथा अंततोगत्वा मौत का सामना भी करना पड़ सकता है।

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