मझवार जाति के आरक्षण के लिए मुहिम छेड़ेंगे कैबिनेट मंत्री डॉ. संजय निषाद, अभियान की तैयारी शुरू
Sandesh Wahak Digital Desk : योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री और निषाद पार्टी के अध्यक्ष डॉ. संजय निषाद आज अपने सरकारी आवास पर संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया।
इस दौरान उन्होंने आगामी 27 जून को निषाद पार्टी कानपुर के सती चौरा घाट पर बलिदान और प्रदेश स्तरीय निषाद महाकुंभ का आयोजन किया जाएगा। जिसमें कई प्रदेशों के लोग आएंगे।
अपने संबोधन में संजय निषाद ने कहा की निषाद समेत 193 जातियां आजादी के 5 साल 16 दिन बाद 31 अगस्त 1952 में आजाद हुई थी। जिनको डिनोटिफाइड ट्राइब्स एक्ट के तहत आजाद करवाया गया था। लेकिन आजादी के बाद भी इन जातियों ने पूर्व की सरकारों का दंश झेला है, भूतपूर्व गृहमंत्री सरदार बल्लभ भाई पटेल जी द्वारा अन्था साइम्न अंगयार कमेटी बनाकर बहु पता किया गया। जिसमे स्पष्ट बताया गया था कि विमुक्ति जनजातियों की दशा देश मे SC/ST से भी खराब है और 74 प्रकार की भिन्न भिन्न सुविधाएं देकर विकास की मुख्यधारा से जोड़ा जाए।
संजय निषाद ने कहा कि निषाद पार्टी का गठन पिछड़े, वंचितो और शोषितों के हक को दिलवाने के लिए हुआ है। संजय निषाद ने कहा कि प्रदेश कमेटी ने सर्वसम्मति से आरक्षण पर अपना रुख स्पष्ट करते हुए कहा कि मझवार आरक्षण निषाद समेत 17 उपजातियों का सवैंधानिक अधिकार है, और आरक्षण के मुद्दे पर निषाद पार्टी कटिबद्ध है।
मझवार आरक्षण के मुद्दे पर होगी चर्चा
संजय निषाद ने कहा कि प्रदेश कमेटी द्वारा निर्णय लिया गया है कि 27 जून सतीचौरा शहीद दिवस के उपलक्ष्य में निषाद पार्टी अपना आरक्षण के मुद्दे पर रुख को स्पष्ट कर, 28 जून से प्रदेशभर में आरक्षण महासम्पर्क अभियान चलाएगी जोकि प्रदेश के सभी जनपदों और विधानसभाओं में मछुआ समाज की मझवार आरक्षण पर राय पूछी जाएगी।
अभियान की शुरुआत 28 जून से पूर्वांचल के किसी जनपद से की जाएगी। पहले चरण में गोरखपुर, बस्ती, आजमगढ़ एवं आयोध्या मंडल की सभी जनपदों को रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि आरक्षण महासम्पर्क अभियान की रिपोर्ट को सहयोगी पार्टी बीजेपी के साथ सांझा किया जाएगा और सविंधान में सूचीबद्ध मझवार और तुरैहा आरक्षण पर उनका सहयोग मांगा जाएगा।
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