फर्जी कंपनियों से मनीलॉन्ड्रिंग, दो हजार के नोटों से खरीदा अरबों का सोना-चांदी
लखनऊ, कानपुर, एनसीआर, दिल्ली और कोलकाता में आभूषण और बुलियन के बड़े कारोबारियों पर आयकर ने मारे छापे, करीब 1300 करोड़ के सोना चांदी खरीद के दस्तावेज जब्त मास्टरमाइंड है राधा मोहन पुरुषोत्तम दास ज्वैलर्स, दो दर्जन ठिकानों पर कार्रवाई।
Sandesh Wahak Digital Desk: आयकर विभाग ने गुरुवार को आभूषण और बुलियन के बड़े कारोबारियों में शुमार राधा मोहन पुरुषोत्तम दास ज्वैलर्स व उनके साथियों के लखनऊ, कानपुर, एनसीआर, दिल्ली और कोलकाता के दो दर्जन से अधिक ठिकानों पर जबरदस्त छापेमारी की। आयकर छापों के दौरान फर्जी कंपनियों से मनीलॉन्ड्रिंग (Money laundering), भारी संख्या में निवेश और खातों में करोड़ों के संदिग्ध लेनदेन का खुलासा भी हुआ। करीब 1300 करोड़ से ऊपर सोने और चांदी के लेनदेन के साथ ही दो हजार के नोटों का खेल भी बेनकाब हुआ।
देर रात तक आयकर के सैकड़ों अफसर कार्रवाई में जुटे थे। विभाग ने इस बार लखनऊ में कानपुर और कानपुर में लखनऊ के अफसरों को कार्रवाई के लिए बुलाया था।
छापेमारी का मुख्य केंद्र कानपुर के राधा मोहन पुरुषोत्तम दास ज्वैलर्स है। जिनका कारोबार लखनऊ समेत कई जगहों पर फैला है। इस ज्वैलर्स का सालाना टर्नओवर ही करीब दस हजार करोड़ है। साथ ही रियल एस्टेट के कारोबार से जुड़ा है। कोलकाता से तकरीबन आधा दर्जन से ऊपर फर्जी फर्मों का कनेक्शन छापेमारी में मिला है।
भारी तादाद में नकदी एवं सोने का स्टॉक मिला
गुरुवार सुबह सात बजे से आयकर के सैकड़ों अफसरों ने लखनऊ में चौक, अमीनाबाद, गोमतीनगर, महानगर, मोतीनगर, गोखले मार्ग पर कार्रवाई शुरू की चौक में चांदी के रिफाइनरी कारोबारी अमित अग्रवाल, बुलियन कारोबारी लोकेश अग्रवाल, अमीनाबाद के जावेरी ज्वैलर्स के रमेश खन्ना, ऋषि खन्ना के ठिकानों पर छापे पड़े हैं। जांच में करीब 1300 करोड़ के लेन-देन के दस्तावेज आयकर अफसरों ने कब्जे में लिये हैं। कई कारोबारी टैक्स चोरी एवं आयकर चोरी करने के इरादे से कच्चे पर्चे से सोने को बेच रहे थे। अफसरों को जांच के दौरान भारी तादाद में नकदी एवं सोने का स्टॉक भी मिला है।
संजीव झुनझुनवाला के ठिकानों पर भी छापेमारी
अग्रवाल बंधु जय हनुमान ट्रेडर्स फर्म के जरिये कारोबार कर रहे है। जिसका राधा मोहन पुरुषोत्तम दास ज्वैलर्स की फर्म से सीधा कनेक्शन है। इसी प्रकार बृजवासी बुलियन के लोकेश अग्रवाल के भी राधा मोहन पुरुषोत्तम दास ज्वैलर्स से कारोबारी रिश्ते हैं। छह महीने पहले ईडी ने भी झावेरी ज्वैलर्स की जांच की थी। राधा मोहन पुरुषोत्तम दास ज्वैलर्स के महानगर के रिद्धिमा ज्वैलर्स पर भी आयकर अफसरों ने छापा मारा। कानपुर में भी राधा मोहन के ठिकानों को खंगाला गया। एमराल्ड गार्डन हाउसिंग के प्रमोटर पर भी छापा पड़ा। संजीव झुनझुनवाला के ठिकानों पर छापेमारी हुई। झुनझुनवाला की कंपनी मॉर्निंग ग्लोरी इंफ्रा, रितु हाउसिंग है। चांदी व्यापारी मुन्ना जाकोडिय़ा और कानपुर के जुगल किशोर ज्वैलर्स के प्रतिष्ठानों पर भी छापेमारी हुई।
कच्चे पर्चे के जरिये खरीदा जा रहा था सोना बिस्कुट
आयकर अफसरों के पास पुख्ता जानकारी है कि दो हजार रूपए के नोट के बंद होने के बाद आभूषणों की सेल में अचानक बड़ा उछाल आया था। खासतौर पर सोना बिस्कुट के रूप में कच्चे पर्चे से कुछ कारोबारी बेच रहे थे। पूरा खेल सिर्फ दो हजार के नोट से हो रहा था। इससे काली कमाई सफेद होने के साथ ही कारोबारी भी बड़े पैमाने पर आयकर चोरी कर रहे थे। दो हजार के नोटों के जरिये दूसरे राज्यों से भी बड़ी संख्या में सोना खरीद कर लाया गया है।
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